संत भोले बाबा : सिगरेट, शराब से लेकर शबाब तक का शौकीन है पुलिस का पूर्व सिपाही, कई आपराधिक मामले भी है दर्ज, जानकार खोल रहे हैं मीडिया पर पोल, Sant Bhole baba Hathras - khabarupdateindia

खबरे

संत भोले बाबा : सिगरेट, शराब से लेकर शबाब तक का शौकीन है पुलिस का पूर्व सिपाही, कई आपराधिक मामले भी है दर्ज, जानकार खोल रहे हैं मीडिया पर पोल, Sant Bhole baba Hathras


रफीक खान
उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को घटित हृदय विदारक घटना के बाद चर्चाओं में आए संत भोले बाबा की पोल खुलना शुरू हो गई है। विश्व हरि, नारायण हरि, हरि साकार, सूरजपाल समेत कई पुराने नाम से पहचाने जाने वाले वर्तमान संत भोले बाबा पर लोगों ने संगीन आरोप लगाना शुरू कर दिए हैं। यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह तथा एक अन्य रणजीत सिंह ने मीडिया के जरिए सिगरेट, शराब और शबाब से लेकर आपराधिक पृष्ठभूमि तक के खुलकर आरोप लगाए हैं। आरोप लगाने वालों का स्पष्ट कहना है कि धर्म की आड़ में पाखंड करने का धंधा भारत में खूब फल फूल रहा है। इसका फायदा ही यहां इस तरह से चालक लोग जमकर उठा रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह तथा बहादुर नगर निवासी रणजीत सिंह ने अलग-अलग मीडिया प्लेटफॉर्म पर चर्चा कर कहा कि संत भोले बाबा एक गरीब किसान का बेटा है। पुलिस में सिपाही के रूप में भर्ती हुआ और 18 साल की नौकरी में ज्यादातर वह इंटेलिजेंस शाखा में पदस्थ रहा। सिपाही की नौकरी से वीआरएस लेने के बाद उसने अपनी बाबागिरी की दुकान शुरू की। एजेंट के जरिए मार्केटिंग पर फोकस किया। मार्केटिंग को कामयाबी के साथ सजाया और बिना किसी शक्ति के चर्चित हो गया। हजारों की तादाद में भीड़ जुटाने लगा। पूरे ऐशो आराम के साथ जीवन तो व्यतीत हो ही रहा, उसके अलावा आयोजनों को भी पूरी तरह अपने ही हाथों में रखता है। आयोजक भले ही कोई रहे लेकिन वहां कार्यक्रम के हर तरह का सिस्टम उसके पास ही होता है।

लोकल तथा आसपास के लोगों को NO Entry

रंजीत सिंह के अनुसार बाबा अपने आश्रम में किसी गांव वाले को नहीं आने देता। बाबा को लगता है कि कोई गांव का आदमी अगर उसके आश्रम में उसके साथ रहने लगा तो वो उसका सारा भेद खोल देगा। रंजीत सिंह के अनुसार भोले बाबा के पास कोई विशेष शक्ति नहीं है वो सिर्फ अपने पास विशेष शक्ति होने का ढोंग करता है। रंजीत सिंह ने दावा किया कि मेरे पापा इनके आश्रम में 15 साल रहे हैं। भोले बाबा का जहां गांव है, हम वहीं से हैं। बाबा के पिताजी नन्हें बाबू थे, जो किसान थे। बाबा एजेंटों को पैसे देकर ये कहलवाता था कि उनको बाबा की ऊंगली पर चक्र दिख रहा है। जैसे बाबा बोलते थे उनके एजेंट वैसे ही बोलते थे। रंजीत ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि बाबा के आश्रम में 16-17 साल की कई लड़कियां रहती है। जिन्हें ये अपनी शिष्या बताता है। वो इन लड़कियों से गलत काम भी करवाता है। साथ ही बाबा सिगरेट और शराब का आदि है। बाबा पहले जेल भी जा चुका है और कुछ मामलों में जमानत पर है। बाबा अपने गांव वालों तथा आसपास के जानने वाले किसी भी व्यक्ति को साथ नहीं रखता है। उसके पीछे कारण यही है कि उसकी सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।