सीनियर Lady डॉक्टर गिरफ्तार, पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 7 को दबोचा, ऑर्गन ट्रांसप्लांट हो रहे थे धड़ल्ले से, organ transplant racket caught - khabarupdateindia

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सीनियर Lady डॉक्टर गिरफ्तार, पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 7 को दबोचा, ऑर्गन ट्रांसप्लांट हो रहे थे धड़ल्ले से, organ transplant racket caught


रफीक खान
दिल्ली की क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो लंबे समय से ऑर्गन ट्रांसप्लांट करने का गोरख धंधा कर रहा था। मामले में Appolo hospital अपोलो हॉस्पिटल की Senior Lady Docter सीनियर महिला डॉक्टर सहित सात लोगों को दबोचा गया है। इस International अंतरराष्ट्रीय रैकेट के तार विदेशों से भी जुड़े हुए हैं। रैकेट के पकड़े जाने के बाद किडनी रोग से संबंधित डॉक्टर में हड़कंप की स्थिति निर्मित है। गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस अधिकारी लगातार सघन पूछताछ कर रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि और भी कई बड़े चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि सीनियर महिला डॉक्टर विजया कुमारी पर आरोप है कि वो इस गिरोह में शामिल एकमात्र डॉक्टर थी। इससे पहले उन्होंने 2021 से 2023 तक नोएडा के एक प्राइवेट अस्पताल में करीब 15-16 ऑर्गन ट्रांसप्लांट किए थे। इस रैकेट में शामिल लोगों के तार बांग्लादेश से जुड़े थे। वे हर ट्रांसप्लांट के लिए डोनर से 5 लाख रुपये में किडनी खरीदते और रीसिवर से 25-30 लाख रुपये लेते थे। डोनर और रिसीवर दोनों ही बांग्लादेश से थे। इसमें डॉक्टर विजया कुमारी और उनके सहयोगियों के एक गैंग की कथित भागीदारी थी।

पूछताछ में और खुलेंगे बड़े राज

पुलिस सूत्रों का कहना है कि फिलहाल भारत और बांग्लादेश का नेटवर्क साफ तौर पर सामने आ गया है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि जिस स्तर पर यह काम किया जा रहा था, उसमें और भी देशों से लगातार संपर्क हुआ है।पुलिस का दावा है कि डॉक्टर विजया कुमारी के अलावा पिछले महीने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में नई दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग के नाम पर कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज बनाए गए थे। जिसमें दावा किया गया था कि अंग दान करने वाले और अंग लेने वाले (दोनों बांग्लादेशी) के बीच संबंध है। विजया कुमारी सीनियर कंसल्टेंट और किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन हैं। करीब 15 साल पहले उन्होंने दिल्ली के निजी अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के तौर पर काम शुरू किया था। नोएडा के अपोलो हॉस्पिटल के साथ वो विजिटिंग कंसल्टेंट के रूप में काम कर रही थीं। अपोलो अस्पताल के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक सुनील बालियान ने कहा है कि विजया कुमारी द्वारा लाए गए मरीजों का ट्रांसप्लांट किया गया था। बालियान ने कहा है कि उन्होंने पिछले 3 महीनों में एक सर्जरी की थी। पुलिस की कार्रवाई के बाद डॉक्टर विजया कुमारी को सस्पेंड कर दिया गया है।