रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर निवासी एक कथा वाचक को वृंदावन बुलाया गया। जब कथावाचक वृंदावन पहुंचा तो उसे बंधक बनाकर जमकर मारपीट की गई। कथावाचक के घर पर भी फोन कर रुपयों की मांग की गई। परिजनों ने इस मामले में पुलिस की मदद ली और फिर अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। मामला ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में लेनदेन के विवाद का है। पुलिस उक्त घटना के अलावा ऑनलाइन गेमिंग की भी जांच कर रही है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि जबलपुर के कथावाचक सिद्धार्थ पांडे का वृंदावन आना-जाना रहता है। जल्दी अमीर बनने के लालच में सिद्धार्थ पांडे मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलने लगा। शुरुआत में पहले पैसे कमाए तो लोभ जाग गया। वृंदावन में पहचान ओडीसा के सुंदरगढ़ निवासी मुकुंद शर्मा से हुई। अधिक कमाने के लिए मुकुंद से रुपये उधार ले लिए थे, जो नहीं लौटा पाया। मुकुंद ने पैसे वापस पाने के लिए अपने साथियों के साथ सिद्धार्थ के अपहरण की योजना बनाई। गुरुवार को कथावाचक को बातचीत के लिए वृंदावन अटल्ला चुंगी बुलाया। यहां एक गेस्ट हाउस में रखकर मारपीट की और घरवालों से एक लाख रुपये मंगाने के लिए दबाव बनाया। सिद्धार्थ के कहने पर स्वजन ने मुकुंद के मोबाइल पर एक लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपित सिद्धार्थ को पानीगांव स्थित सुखधाम रिसार्ट ले गए। यहां सिद्धार्थ व उसके दो साथी अमित व दीपक को बंधक बना लिया। घर से बाकी पैसे मंगवाने को दबाव बनाया। सिद्धार्थ ने पैसे मंगवाने के लिए मुकुंद का मोबाइल मांगा और अपने घर पर इंटरनेट मीडिया पर रिसोर्ट की लोकेशन डाल दी। सिद्धार्थ की बहन साक्षी पांडे ने कोतवाली प्रभारी को मोबाइल पर घटना की सूचना दी। इस पर पुलिस ने मौके से मुख्य आरोपित मुकुंद शर्मा, हरियाणा के पलवल निवासी दिगंबर उर्फ हुड्डा, मथुरा के गोवर्धन निवासी रामगोपाल, थाना छाता के गांव धनसिंघा निवासी संतोष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। ये सभी वृंदावन के रुक्मिणी विहार स्थित कान्हा माखन सोसाइटी के फ्लैट में रह रहे थे। आरोपितों से दो कार व मोबाइल फोन व कथावाचक से लूटे 28 हजार रुपये बरामद हुए हैं। पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग में उलझे तथा रुपयों के लेनदेन के और फैले नेटवर्क को भी तोड़ने के लिए टीम गठित की है।