रफीक खान
मध्य प्रदेश के इंदौर जिला अंतर्गत मल्हारगंज स्थित श्री युगपुरुष धाम आश्रम में 6 बच्चों की मौत हो गई। मंगलवार को पहले 4 बच्चों की मौत की खबर सामने आई। उसके बाद 5वें और 6वें बच्चे की मृत्यु होने की भी खबर मिली है। मंगलवार को इस खबर के बाद मल्हारगंज आश्रम से लेकर प्रशासनिक और राजनीतिक हल्का तक हड़कंप मच गया। अचानक इतने बच्चों की मौत ने सभी को हिला कर रख दिया सभी बच्चों की हालत बिगड़ने के बाद इन्हें चाचा नेहरू शिशु रोग अस्पताल में भर्ती करवाया गया। बच्चों की मौत का प्रारंभिक कारण ब्लड में इंफेक्शन बताया जा रहा है। कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा अपर कलेक्टर गौरव बैरल, महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त संचालक संध्या व्यास, चाचा नेहरू अस्पताल के शिशु रोग विभाग अध्यक्ष डॉक्टर प्रीति मालपानी तथा शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर श्रीलेखा जोशी से विस्तृत जांच रिपोर्ट तलब की गई है। इस घटना में देर शाम मजिस्ट्रियल जांच के भी आदेश जारी किए गए हैं। घटना के बाद मौके पर पहुंचे एक एसडीएम और आश्रम की संचालिका के बीच ठहाके लगाने वाली तस्वीर को प्रशासन ने गंभीरता से लिया और उसे तत्काल हटाने के भी आदेश दे दिए गए।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि मल्हारगंज स्थित श्री युगपुरुष धाम में 204 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। बच्चों के खून में इन्फेक्शन मिला है। 29 बच्चों को भर्ती किया है। यहां पर रहने वाले अधिकांश बच्चे अनाथ हैं। जिन बच्चों की मौत हुई है उनमें से दो को मिर्गी आती थी, अन्य 4 की मौत के पीछे ब्लड इन्फेक्शन और फूड पायजनिंग की आशंका जताई है। मृत बच्चों के नाम शुभम उर्फ करण, आकाश, शुभ और छोटा गोविंद है। सभी की उम्र 5 से 15 साल के बीच है। 12 साल का करण देवास जिले के सोनकच्छ का रहने वाला था। इसे 15 महीने पहले चाइल्ड लाइन के माध्यम से आश्रम में लाया गया था। जबकि, नर्मदापुरम जिले का रहने वाला सात साल के आकाश को चाइल्ड लाइन ने तीन महीने पहले आश्रम को सौंपा था। अधिकतर बच्चों को यहां पर चाइल्ड लाइन के माध्यम से ही लाया जाता है। सबसे पहले आश्रम में कृष्णा को इंफेक्शन हुआ था लेकिन वह स्वस्थ हो गया। इसके बाद अन्य बच्चों की हालत बिगड़ने लगी लेकिन वह स्वस्थ नहीं हो पाए।
शर्मनाक हरकत की एसडीएम ने
कलेक्टर ने मामले की जांच करने के लिए तुरंत एसडीएम SDM ओम नारायण बड़कुल को आश्रम भेजा। बच्चों की मौत के दर्दनाक हादसे के बाद भी एसडीएम यहां जांच की बजाए आश्रम संचालिका से मजाक करते रहे। संचालिका के साथ हंसी-मजाक करने का उनका वीडियो भी वायरल हो गया। हालांकि एसडीएम को यह बेशर्मी भारी पड़ गई। वीडियो सामने आते ही कलेक्टर ने एसडीएम SDM ओम नारायण बड़कुल SDM Omprakash Badkul को हटा दिया।