रफीक खान
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हिंदुओं को घर वापसी करवाने के नाम से प्रसिद्ध हुए विश्व हिंदू परिषद नेता संतोष शर्मा VHP leader Santosh Sharma को जान से मारने की धमकी देने संबंधी लेटर मामले में पुलिस ने एक महिला तथा एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। इंदौर की तूकोगंज पुलिस दोनों आरोपियों से सघन पूछताछ कर रही है लेकिन आरोपी राज खोलने में आनाकानी कर रहे हैं। पुलिस इसे सस्ती और आसान पब्लिसिटी के एंगल से भी जोड़ कर देख रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि पकड़े गए आरोपी विश्व हिंदू परिषद नेता संतोष शर्मा के काफी नजदीकी और हर आयोजन में साथ रहने वाले बताई जा रहे हैं। पुलिस को आरोपियों तक पहुंचाने के लिए 1530 क्लोज सर्किट कैमरा CC Camera को तलाशने की मशक्कत करना पड़ी, तब जाकर आरोपियों को शिकंजे में लेने की मुकम्मल राह मिल सकी।
गौरतलब है कि मामला शहर के तुकोगंज थाना इलाके का है, जहां रहने वाले VHP पदाधिकारी संतोष शर्मा को ये धमकी एक हफ्ते पहले मिली थी। संतोष शर्मा ने पुलिस को बताया था कि आए दिन उन्हें इस तरह की धमकियां मिलती रहती हैं। एक बार फिर एक धमकी भरा लेटर मिला है, जिसे कोई बुर्का पहनने वाली महिला गार्ड को देकर गई है। उन्होंने आगे कहा कि धमकियां कितनी भी मिलें, इससे उन पर असर नहीं होने वाला है। वो हिंदुत्व का काम करते रहेंगे। हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा है कि इस तरह की धमकियां मिलने से परिवार व संगठन के लोग जरूर चिंतित हो जाते हैं। धमकी भरा जो लेटर बुर्के वाली महिला छोड़कर गई है वो हिंदू और उर्दू में लिखा हुआ है। उसमें लिखा है- ‘ये पढ़ लेना तुझे सब समझ में आ जाएगी, अब नहीं बचेगा तू- अल्लाह हू अकबर’। बताया गया है कि ये धमकी भरा लेटर रात करीब 1 बजे के आसपास गार्ड के पास छोड़ा गया। VHP पदाधिकारी संतोष शर्मा ने बताया है कि पत्र में घर वापसी का विषय भी लिखा है। जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि आरोपियों के नाम मीरा कदम और छोटू बागवान है। दोनों आरोपी संतोष शर्मा के करीबी बताए जा रहे हैं। दोनों आरोपियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज के जरिए हुई है। बांगड़ादा में रहने वाली मीरा कदम पति सतीश कदम, छोटू बागवान की करीबी दोस्त है। छोटू बागवान के माध्यम से ही वह संतोष शर्मा के साथ जुड़ी थी और पिछले अनेक कार्यक्रमों में वह सक्रिय रूप से शामिल रही है। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेने के बाद काफी पूछताछ की है लेकिन मीरा कदम छोटू बागवान के द्वारा लेटर देने और उसे संतोष शर्मा के गार्ड तक पहुंचाने की बात के अलावा ज्यादा कुछ नहीं कह रही है। पुलिस बुर्के के बाद काफी भ्रमित हुई थी, क्योंकि पुलिस ने जब पहला फुटेज चेक किया तो उसमें पाया की बुर्के वाली महिला ऑटो रिक्शा पर सवार होकर आई थी और ऑटो रिक्शा पर भी फैज लिखा हुआ था। फैज नाम भी मुस्लिम होने के कारण यह मामला काफी संवेदनशील और गंभीर हो गया था। हालांकि अब दोनों आरोपी का चेहरा बेनकाब होने के बाद पुलिस भी पशोपेश में है कि आखिर सच्चाई किस तरह से सामने आए? पुलिस संतोष शर्मा से भी पूछताछ कर सकती है।