रफीक खान
केरल के वायनाड में सोमवार से लगातार हो रही तेज बारिश के चलते मंगलवार को तड़के से भूस्खलन शुरू हो गए। यहां तीन जगह बड़े पैमाने पर भूस्खलन की बात सामने आई है। भूस्खलन की इस घटना में अब तक 65 लोगों को मारे जाने की खबर है, जबकि 150 से ज्यादा लोगों को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। बड़े पैमाने पर क्षति हुई है। इनमें कई सड़क भी कट गई है तथा एक पुल भी धराशाई हो गया है। राहत तथा बचाव कार्य में राज्य की जितनी भी एजेंसियां हैं, सभी लगी हुई है तथा सेना को भी मदद के लिए बुला लिया गया है। शासन तथा प्रशासन के आला पदाधिकारी पूरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में डेरा डालकर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मरने वालों में महिला पुरुष तथा बच्चे सभी शामिल हैं। मृत लोगों के शवों को सामुदायिक भवनों तथा अस्पतालों में पहुंचाया गया है। जबकि घायल लोगों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से स्थानीय तथा आसपास के अस्पतालों में पहुंचने का काम लगातार चल रहा है। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के अनुसार अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। वहीं एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम वायनाड जा रही है। स्वास्थ्य विभाग - राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है और आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए हैं। वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच सुबह 7.30 बजे सुलूर से रवाना हो गए हैं। बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा। राहत तथा बचाव कार्य के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवाओं समेत सभी शासकीय कर्मचारी का अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर उन्हें फौरन अपने कर्तव्य स्थल पर मुस्तैद रहने की हिदायत भी दी गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने केरल के सीएम पिनराई विजयन से बात की और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी ने भी मुख्यमंत्री से चर्चा कर हालात की जानकारी ली है। राहुल गांधी ने अपने स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी राहत कार्य में मदद के लिए निर्देशित किया है।