रफीक खान
टेलीकॉम फैक्ट्री के बगल से बने एक बड़े भारी परिसर रूपी ऑक्सीजन फैक्ट्री को बचाने के लिए शहर के प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पवन स्थापक आगे आए हैं। डॉक्टर स्थापक लगातार विभिन्न सामाजिक संगठनों से चर्चा कर पर्यावरण को बचाने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में पर्यावरण संरक्षण मंच के बैनरतले उन्होंने गोल बाजार स्थित जन ज्योति सुपर स्पेशलिटी आई हॉस्पिटल में एक बैठक का आयोजन किया और इस बैठक में टेलीकॉम फैक्ट्री के परिसर की 70 एकड़ हरी-भरी भूमि को बचाने को लेकर खुलकर चर्चा की गई। साथ ही निर्णय लिया गया कि यहां एक लाख पौधों का और रोपण किया जाएगा। इस भूमि के लिए पहले ही स्टेडियम बनाने जैसे सुझाव दिए जा चुके हैं।
बैठक में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि टेलीकॉम फ़ैक्ट्री के 70 एकड़ ज़मीन पर हरे भरे जंगल है। इसकी नीलामी सरकार के द्वारा किए जाने पर चिंता व्यक्त की गयी। यह भूमि जबलपुर का फेफड़ा है, ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत है, जबलपुर की एयर क़्वालिटी इंडेक्स Air Quality Index को ठीक रखने और पर्यावरण के लिए इस जंगल का संरक्षण बहुत ज़रूरी है। बैठक में उपस्थित जबलपुर के नागरिकों के द्वारा भारत सरकार से और राज्य सरकार से आग्रह किया गया कि इस जंगल को नष्ट होने से बचाना है। प्रधानमंत्री के एक पेड़ माँ के नाम अभियान का समर्थन करते हैं और साथ ही आग्रह करते हैं कि टेलीकॉम फ़ैक्ट्री की उक्त भूमि पर एक इकोलॉजीकल पार्क / नेचर पार्क बनाया जाए तथा और ज्यादा वृक्षारोपण किया जाए और इस जंगल को सुरक्षित किया जाए। जबलपुर शहर के स्वास्थ्य के लिए यह जंगल सुरक्षित रहना जरूरी है। डॉ. पवन स्थापक ने बताया कि आज जंगल बचाने की मुहिम की आगामी योजनाओं पर भी विचार किया गया। यह निश्चित किया गया कि जबलपुर के सभी जागरुक लोग अपनी मां के नाम से एक-एक पेड़ घर से लेकर आएंगे और यहां वृक्षारोपण करेंगे। कुल 1 लाख पेड़ टेलीकॉम फैक्ट्री परिसर में लगाने का निश्चित किया गया, जिसकी तिथि अगली बैठक में निश्चित की जाएगी। बैठक में जीतेन्द्र पचौरी, शरद चंद पालन, डॉ. अतुल दुबे, विजय पांडे, (अधिवक्ता ) , नरोत्तम पटेल, , सुरेंद्र पटेल, अमित कुमार शर्मा , रामसेवक दीक्षित, पियूष जैन , नरेंद्र मालवीय , डी.डी. बैरागी , अमित कुमार जैसवाल (अधिवक्ता ) , डॉ. ए.के. जैन, राकेश महाजन , संजय विश्वकर्मा, अनुज जैन, राजेश कुमार , डॉ. अशोक कुमार जैन , डॉ. पी. जी. नाजपांडे, डॉ. मोहसिन अंसारी, हेमराज अग्रवाल , विपुल वर्धन , डॉ. अभिजीत विशनोई, डॉ. विभव हजारी, डॉ. प्रियांक दुबे , डॉ. अंकित पांडे , डॉ. आमिर सोहेल, डॉ. अमरेंद्र पांडे, सुशील मुदलियार जी आदि उपस्थित थे।