रफीक खान
बिहार में जन्मे और पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत कर राजनीति में लंबे समय सक्रिय रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रभात झा का शुक्रवार की सुबह निधन हो गया। प्रभात जा लगभग 67 साल के थे। उन्होंने दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। झा साहब मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष के साथ ही राज्यसभा के सांसद समेत अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहे। साथ ही वह भाजपा की हर संघर्षपूर्ण तथा मुश्किल की घड़ी में अहम रोल अदा करते रहे। प्रभात झा के निधन की खबर से खासतौर से मध्य प्रदेश के नेताओं में गहरा शोक प्राप्त हो गया है।
उल्लेखनीय है कि 28 जून को मध्य प्रदेश बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी के सीनियर नेता प्रभात झा की तबियत बिगड़ गई थी। उन्हें भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था। फिर प्रभात झा को एयरलिफ्ट के माध्यम से भोपाल से दिल्ली ले जाया गया। जानकारी मिलते ही सीएम मोहन यादव, केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी प्रभात झा को देखने के लिए पहुंच गए थे। प्रभात झा दो बार राज्यसभा सांसद रहे। ग्वालियर-चंबल के कद्दावर नेताओं में शामिल हैं। प्रभात झा जो सिंधिया परिवार का धुर-विरोधी नेता माना जाता था। हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद प्रभात झा ने सिंधिया परिवार पर हमले कम कर दिए थे। प्रभात झा का जन्म बिहार के सीतामढ़ी जिले में 4 जून 1957 को हुआ था। बिहार में जन्मे झा, मध्य प्रदेश की सियासत में एक्टिव रहे। वह एमपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके। प्रभात झा की संगठन में अच्छी पकड़ मानी जाती रही। हालांकि कुछ समय से वह सक्रिय राजनीति से दूर थे। प्रभात झा के बारे में कहा जाता है कि किसी भी काम को करने से पहले वह उसका पूरा होमवर्क करते उसके बाद जमीन पर उतारते।