रफीक खान
वेयर हाउस में अनियमितताओ पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। वेयरहाउस संचालक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कोई भी अनाज की खरीदी हो, हर किसी में गड़बड़ घोटाला सामने आ रहा है। हर अनाज में मिट्टी और कंकर मिलाने के अलावा सैकड़ो मेट्रिक टन बोरे गायब किए जा रहे हैं। इसके अलावा भी तरह-तरह के हथकंडों को अपनाकर वेयरहाउस संचालक करोड़ों रुपए का चूना सरकार को लगा रहे हैं। जो भी घोटाले घपले सामने आ रहे हैं, वह प्रशासन की खास निगरानी और छापा मार कार्रवाई के बाद आ रहे हैं। वरना सब कुछ सरकारी तंत्र की मिली भगत से लगातार चल रहा है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने अब तक जितने भी वेयरहाउसों को अपनी रडार पर लिया है, सभी में चोरी और मिलावट साफ तौर से उजागर हुई है। जबलपुर जिले के दो वेयर हाउस गणेश वेयर हाउस और दीक्षित वेयरहाउस की आकस्मिक जांच में करीब 538 लाख रुपए से ज्यादा की अनियमितता सामने आई है। अगर स्कूलों की तरह सारे वेयरहाउस को क्रमशः जांच की रडार पर लिया गया तो अरबो रुपए का घोटाला निकाल कर आएगा। इसमें वेयरहाउस संचालक तो नपेंगे ही सरकारी तंत्र के जिम्मेदार विभागों और अधिकारियों के चेहरों से भी नकाब हट जाएगा और सब के सब सलाखों के पीछे होंगे।
किसानों से समर्थन मूल्य पर उपार्जित गेहूँ, चना और मूंग के भंडारण में अनियमितता के मामले में कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर दो गोदामों के संचालकों के विरुद्ध चरगंवा थाने में धारा 420 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज:-
* शहपुरा जबलपुर स्थित गणेश वेयरहाउस और दीक्षित वेयर हाउस की आकस्मिक जाँच में गेहूँ की कमी पाई गई. मूँग और चना में, मिट्टी, पत्थर और अमानक मूँग/चना की मिलावट
कर मानक मूँग/चना की अफ़रातफ़री की गई. शासन को कारित अनुमानित क्षति निम्नानुसार है-
* गेहूँ में कमी - 1851 क्विंटल - 44.42 लाख
* अमानक मूंग - 3340 क्विंटल - 285.83 लाख
* अमानक चना - 3800 क्विंटल- 202.73 लाख
* चना में कमी - 95 क्विंटल - 5.06 लाख
योग कुल अफ़रातफ़री- 538.04 लाख
2. वेयरहाउस संचालक राम किशोर दीक्षित और भावना दीक्षित के विरूद्ध IPC धारा 420 और 34 के तहत पुलिस थाना चरगंवा में अपराधिक प्रकरण दर्ज कराया गया है।