SDM ₹50 हज़ार की घूस लेते गिरफ्तार, साथ में बाबू, चपरासी, और होमगार्ड को भी दबोचा गया, जमीन मामले के निराकरण के नाम पर मांगी गई थी रिश्वत SDM arrested taking bribe of Rs 50000 - khabarupdateindia

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SDM ₹50 हज़ार की घूस लेते गिरफ्तार, साथ में बाबू, चपरासी, और होमगार्ड को भी दबोचा गया, जमीन मामले के निराकरण के नाम पर मांगी गई थी रिश्वत SDM arrested taking bribe of Rs 50000


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रफीक खान
एक जमीन मामले के निराकरण के लिए छत्तीसगढ़ राज्य के सरगुजा जिले में पदस्थ एसडीएम ने ₹50000 की रिश्वत मांगी। पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो को की और फिर एसडीएम को दबोचने के लिए जाल बिछाया गया। जैसे ही रिश्वत की रकम एसडीएम को सौंपी गई, एंटी करप्शन ब्यूरो Anty Curuption Beuro के अधिकारियों ने उसे दबोच लिया। रिश्वत की यह राशि एसडीएम, बाबू, चपरासी और होमगार्ड के हाथों से गुजरी, इसलिए मामले में चारों को आरोपी बनाया गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो ACB इस संबंध में गिरफ्तार एसडीएम से पूछताछ कर रही है। गिरफ्तारी के बाद एसडीएम को उसके गांधी चौक स्थित आवास पर भी ले जाया गया। जहां मामले से संबंधित दस्तावेजों के अलावा और भी पड़ताल की जा रही है।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि एसडीएम कोर्ट में ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा का जमीन विवाद से जुड़ा मामला विचाराधीन है। कन्हाई राम की जजगा स्थित तीन भूमि रकबा क्रमांक 0.251, 0.635 और 0.243 हेक्टेयर भूमि उसके और परिवार के सदस्यों के नाम पर दर्ज है। उसके बड़े पिता ने जमीन केवल अपने नाम दर्ज कराने के लिए तहसील में आवेदन दिया था। तत्कालीन तहसीलदार उदयपुर ने केस में कन्हाई राम के बड़े पिता सहित अन्य के नाम पर राजस्व रिकॉ​​​​​​र्ड दुरुस्त करने का आदेश 21 सितंबर 2022 को दिया था। इस पर कन्हाई राम के बड़े पिता ने एसडीएम कोर्ट में अपील कर दी। इस मामले में एसडीएम बीआर खांडे ने कन्हाई राम से उसके पक्ष में फैसला सुनाने के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। कन्हाई राम ने इसकी शिकायत एसीबी से कर दी। शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की गई और पुष्टि होने के बाद अंबिकापुर एसीबी के DSP प्रमोद कुमार खेस के नेतृत्व में टीम उदयपुर भेजी गई। बताया जाता है कि एसडीएम ने रिश्वत की रकम क्लर्क धरमपाल को लेने के लिए कहा। धरमपाल ने रुपए लेकर चपरासी अबीर राम को दे दिए। बाद में एसडीएम के निर्देश पर रकम होम गार्ड कवि नाथ सिंह को दे दी गई। एंटी करप्शन ब्यूरो ने सभी आरोपियों के बयान लिपिबद्ध कर लिए हैं। साथ ही मौके से साक्षय संग्रहित किए गए हैं।

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