रफीक खान
देश में हुए आम चुनाव के बाद जहां रविवार की शाम भारत की नई सरकार शपथ लेने जा रही है। वहीं मध्य प्रदेश सरकार में भी बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। संकेत मिल रहे हैं कि जल्द ही चार-पांच मंत्रियों की कुर्सी जा सकती है और उनके स्थान पर कांग्रेस से आए नेताओं को तवज्जो देते हुए ताजपोशी की जाएगी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बदलने की चर्चाएं भी एक बार फिर चल पड़ी है, हालांकि बीडी शर्मा को हटाने की चर्चाएं पहले भी काफी सरगर्म रह चुकी है लेकिन वह अपने पद पर निरंतर बने चले आ रहे हैं। अब ऐसा कहा जा रहा है कि संभवत: उन्हें केंद्र में कुछ जिम्मेदारी दी जाएगी। ऐसी स्थिति में दूसरे को आसीन किया जा सकता है।
कहा जाता है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार के पहले फेरबदल का आधार कुछ मंत्रियों का कमजोर परफॉर्मेंस और कुछ मंत्रियों के विभाग में गड़बड़ी और अनियमितता की शिकायतें सामने आना है। बीजेपी की अंदरूनी राजनीति के जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली में रविवार, 9 जून को पीएम मोदी की तीसरी सरकार के मंत्रिमंडल की शपथ के बाद जल्द ही मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार और संगठन में बदलाव की तैयारी है। सूत्रों का कहना है कि सीएम डॉ. यादव और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेश में प्रस्तावित बदलाव के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलकर अपेक्षित होमवर्क कर लिया है। सूत्रों की माने तो प्रदेश मंत्रिमंडल से कुछ ऐसे मंत्रियों की भी छुट्टी होगी जिनके विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में वोटिंग का प्रतिशत कम हुआ है। सरकार में अभी वजनदार विभाग की जिम्मेदारी संभालने वाले कुछ मंत्रियों के विभाग बदलकर उनका कद छोटा किया जाने की भी तैयारी है। मंत्रिमंडल में प्रस्तावित फेरबदल में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का दामन थामने वाले कांग्रेस के दो विधायकों को सरकार में मंत्री पद से नवाजे जाने की खबर है। इसमें ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के श्योपुर जिले से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत और छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी में शामिल हुए कमलेश शाह का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की इस मंशा पर भाजपा के केंद्रीय पावर से क्या अप्रूवल मिलता है? यह जल्द पता लग जाएगा।