रफीक खान
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बीती रात करीब साढ़े 3 बजे भारतीय जनता पार्टी के नेता तथा भारतीय जनता युवा मोर्चा में नगर उपाध्यक्ष मोनू कल्याणी को गोलियों से भून डाला गया। मोनू के साथ यह घटना एमजी रोड इलाके पर चिमनाबाग चौराहे पर घटित हुई। वारदात के वक्त मोनू के अन्य साथियों पर भी ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
पटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि मोनू की हत्या के बाद विजयवर्गीय के बेटे और पूर्व विधायक आकाश अपने समर्थकों के साथ मोनू के घर पहुंचे। मोनू की पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय और विधायक गोलू शुक्ला के चुनाव में अहम भूमिका थी। पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है। इसमें पीयूष और अर्जुन का नाम सामने आ रहा है। इस आधार पर देर रात से ही कई जगह दबिश देकर हत्यारों की तलाश की जा रही है। मामला आपसी विवाद का बताया जा रहा है। आरोपियों ने एक से ज्यादा फायर किये थे। घटना के बाद मोनू को अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की मोनू से रंजिश चली आ रही है। मोनू उषा फाटक का रहने वाला था। मोनू के साथ में खड़े दोस्तों ने पुलिस को बताया कि मोनू हर साल इलाके में भगवा यात्रा निकालता है। वह शनिवार तथा रविवार की दरमियानी रात को इसी की तैयारी में लगे थे। तभी पीयूष और अर्जुन बाइक से वहां पहुंचे। उन्होंने बातचीत में मोनू से पूछा कि रैली का समय क्या है। कितने लड़के लेकर आना है। इसके बाद पीछे बैठे अर्जुन ने पिस्टल निकाली और मोनू पर दनादन फायर कर दिए। मोनू गोली लगने के बाद मौके पर ही गिर गए। दोस्त अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। घटना की खबर बीजेपी मुख्यालय भोपाल तक भी पहुंच गई है और उसके बाद इंदौर के वरिष्ठ अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। DGP सुधीर सक्सेना द्वारा भी इंदौर के पुलिस कमिश्नर से चर्चा कर जानकारी ली गई तथा आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।