रफीक खान
भूमि घोटाले के एक मामले में लंबे समय तक चली जांच के बाद गुजरात राज्य के वलसाड जिले में पदस्थ कलेक्टर आईएएस अधिकारी आयुष ओक को सस्पेंड कर दिया गया है। राज्य सरकार की कार्रवाई के बाद इस मामले में जुड़े अन्य अधिकारियों पर भी जल्द ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। भूमि घोटाले के जरिए सरकार को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि गुजरात की सरकार ने कथित पर हुए रूपयों के एक भूमि घोटाले के मामले में IAS आयुष ओक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि आयुष ओक ने अपने कार्यकाल में ऐसे कदम उठाए जिससे सरकार को नुकसान पहुंचा है। इस कार्रवाई में सीधे तौर पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने दिलचस्पी दिखाई और राज्य में भ्रष्टाचार से संबंधित एक मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एक बड़ा एक्शन लिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि सूरत के कलेक्टर रहने के दौरान आयुष ओक ने सरकार को आर्थिक रूप से काफी नुकसान पहुंचाया। आपको बता दें कि राज्य सरकार ने आयुष ओक को लैंड घोटाले में निलंबित किया गया है। कलेक्टर IAS आयुष ओक के सूरत कार्यकाल (23 जून 2021 से 1 फरवरी 2024) के दौरान उनकी गंभीर लापरवाही के कारण राजस्व भूमि के मामले से निपटने के दौरान सरकारी खजाने को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा। आदेश में आगे लिखा है, 'अब इसलिए गुजरात सरकार अखिल भारतीय सेवा(IAS) के नियम 1969 के नियम 3 के Sub-Rule 1 के खंड A द्वारा प्राप्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए IAS आयुष ओक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करती है।' कलेक्टर पर कार्रवाई के बाद भ्रष्टाचार से जुड़े अन्य अधिकारियों की भूमिका आपराधिक श्रेणी में सुनिश्चित किया रही है जल्द ही उन पर भी गाज गिरेगी।