रफीक खान
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले से पुलिस प्रताड़ना की एक ऐसी खबर सामने आ रही है, जिसमें ऑटो ड्राइवर का आरोप है कि उसे थाने में TI द्वारा पेशाब पिलाई गई। चोरी के संदेह पर पड़ाव थाना पुलिस तथा क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे पकड़कर बुरी तरह से प्रताड़ित किया। थाने में लटका कर मारपीट की और एक पैर तोड़ दिया। बुरी तरह मारपीट के बाद ऑटो ड्राइवर मरणासन्न स्थिति में पड़ा हुआ है। उसके परिवार के सामने जीवन यापन का संकट आ खड़ा हुआ है। ऑटो ड्राइवर ने पुलिस की इस बर्बरता की पूरी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की है तथा संबंधितों की विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की भी मांग की गई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि ऑटो ड्राइवरी कर अपनी आजीविका चलाने वाले दीपक शिवहरे का आरोप है कि पुलिस की बर्बरता के चलते 5 साल के बेटे की परवरिश का संकट खड़ा हो गया है। दीपक ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है। दीपक का कहना है कि वह बेगुनाह है और पुलिस वालों ने उसे बर्बरता से मारा है। पुलिस की बर्बरता की इस कहानी की वजह चोरी का एक मामला है। ग्वालियर में 18 जून को भिंड के सराफा कारोबारी अमन बंसल की कार से 14 लाख रुपये कीमत का सोना चोरी हो गया था। स्टेशन बजरिया के पास कार पंचर हुई और उसे दौरान कार से 14 लख रुपये कीमत का 245 ग्राम सोने की जेवरात चोरी हो गए। कारोबारी अमन ने इस मामले की पड़ाव थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पड़ाव पुलिस ने मामले की जांच के दौरान घटनास्थल के आसपास की सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो उसमें कार के पास कुछ ऑटो संदिग्ध नजर आ रहे थे। पुलिस ने नंबरों के आधार पर ट्रेस किया और ड्राइवर दीपक शिवहरे को पूछताछ के लिए बुलाया। ऑटो चालक दीपक का आरोप है कि उसे 19 जून की शाम पड़ाव थाने बुलाया गया जहां उसे थाने में बंद कर जमकर पीटा। 20 जून को क्राइम ब्रांच अफसर ने थाटीपुर दफ्तर बुलाया, वहां भी उसे जमकर पीटा और उसके बाद उसे पेशाब भी पिलाई। ग्वालियर एसपी Suprentedent of Police ने मामले को संज्ञान में लेते हुए पूरे मामले की जांच का जिम्मा एडिशनल एसपी Additional Suprendent of Police को सौंपा है। ऑटो चालक दीपक के आरोपो की जांच के लिए शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए गए।