मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में सिविल लाइन थाना अंतर्गत रेल मिलेनियम कॉलोनी निवासी जबलपुर रेल मंडल में बतौर सुपरीटेंडेंट कार्य करने वाले राजकुमार विश्वकर्मा तथा उनके 8 वर्षीय पुत्र तनिश विश्वकर्मा को ढाई माह पूर्व मौत के घाट उतारने वाले मुकुल सिंह तथा नाबालिक लड़की ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दोनों आरोपियों की बातें सुनकर पुलिस न सिर्फ हैरत में आ जाती है, बल्कि कई बार तो शर्मसार हो जाती है। किस बेरहमी और बेशर्मी के साथ दोनों ने इस घटना को अंजाम दिया और अब तक जो मानसिकता उनकी बरकरार है, वह किसी रिसर्च के विषय से कम नहीं है। बेटी की मौजूदगी और उसके सहयोग से न सिर्फ पिता और उसके भाई को मौत के घाट उतारा गया बल्कि हत्या की वारदात के बाद लाशों के बीच तीन बार सेक्स भी किया गया।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपी मुकुल सिंह ने बताया कि सुबह जब वह नाबालिक प्रेमिका के घर पहुंचा तो सबसे पहले उसने उसके पिता राजकुमार विश्वकर्मा को मौत के घाट उतारा। उसके बाद उसके बेटे तनिष्क विश्वकर्मा को काट डाला। फिर कुछ देर आराम से बैठकर खून को बहने दिया फिर दोनों की लाशों को अलग-अलग स्थान पर शिफ्ट किया। जहां-जहां ज्यादा खून फैल गया था और दाग धब्बे नजर आ रहे थे, यथासंभव उन्हें वाशिंग पाउडर से साफ किया। नाबालिक प्रेमिका और आरोपी मुकुल सिंह ने नहाने के बाद सेक्स किया। फिर उन्होंने वही मैगी तैयार की, चाय बनाई और दोबारा तथा तिबारा भी सेक्स किया। इसके बाद वह दो बार अपने घर भी आया गया। करीब साढ़े 5 से 6 घंटे घटना स्थल पर रहने के बाद दोनों ने परिसर छोड़ा और भाग खड़े हुए थे। पुलिस की पूछताछ में सामने आए तथ्यों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नाबालिक तथा मुकुल सिंह दोनों ही हाइपरसेक्सुअलिटी प्रवृत्ति के हैं। मानसिक विकृति की इस लत ने दोनों को भूखे भेड़िए जैसा बना दिया है। घटना को अंजाम देने के बाद फरारी के दौरान जितना भी पैसा उनके पास था, उसे बहुत संभाल कर खर्च किया और जब पैसा खत्म हो गया तो इन्होंने बहुत अभावग्रस्त गुजारा किया। इस बीच रहने खाने को मोहताज रहे दोनों आरोपी जिस तरह से खाने का जुगाड़ कर लेते थे, वैसे ही अपनी हवस की प्यास बुझाने के लिए कभी चलती ट्रेन, कभी यार्ड में खड़ी ट्रेन, कभी आउटर पर खड़े रेलवे इंजन, सुनसान इलाके, खंडहर तथा मंदिर व आश्रम जैसे सुनसान इलाकों का इस्तेमाल करने में चूक नहीं करते थे।
मुकुल से पंगा मतलब बदले में हत्या
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी मुकुल सिंह अपनी छाती पर पांच नरमुंडों वाला टैटू बनवाया हुआ है। साल भर पहले जब मुकुल सिंह नाबालिक को लेकर भाग गया था, तब उसके पिता राजकुमार विश्वकर्मा ने पुलिस में मुकदमा दर्ज करवा दिया था। पॉस्को एक्ट सहित गंभीर धाराओं के तहत दर्ज मुकदमे में मुकुल सिंह गिरफ्तार हुआ और से जेल भेजा गया। इस दौरान नाबालिक के पिता, नाबालिक की मौसी, कॉलोनी का सुरक्षा गार्ड, उसे गिरफ्तार करने वाला SI और उसकी नाबालिक प्रेमिका, जिसने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, दुश्मन बन बैठे थे। जेल से छूटते ही सबसे पहले उसने छाती में पांच नर मुंडो वाला टैटू बनवाया और हत्या की वारदात की तैयारी शुरू करता इसके पहले नाबालिक लड़की का आकर्षण देख वह फिर उसके करीब जा पहुंचा। दोनों की अंतरंगता परवान चढ़ती रही। टैटू में 5 नर मुंडो की शक्ल में लिए गए संकल्प से नाबालिक प्रेमिका अलग हो गई लेकिन पिता को मौत के घाट के उतारने के दौरान वहां का चश्मेदीद उसका बेटा बेवजह मार दिया गया। टैटू में बने पांच नरमुंडों का मतलब पांच हत्याएं था और इसमें फिलहाल एक हत्या हुई है। बाकी के बच्चे चार लोग मुकुल सिंह की मानसिकता अनुसार निशाने पर रहेंगे या नहीं वह कोई नहीं जान सकता।