रफीक खान
रेलवे के स्क्रैप में कमीशन और रिश्वतखोरी का सिलसिला बहुत पुराना चला आ रहा है। उत्तर प्रदेश के आलमबाग में जहां पहले रेलवे अधिकारी आलोक मिश्रा को सीबीआई ने रिश्वत लेते हुए दबोचा था, वहीं शुक्रवार को आरपीएफ के दरोगा सहित तीन रेल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। आरपीएफ दरोगा तथा रेल कर्मचारियों की मिली भगत से यह रिश्वतखोरी जमकर चल रही थी। प्रति टन डेढ़ सौ रुपए और प्रति ट्रक ₹800 की वसूली हो रही थी। सीबीआई ने कार्रवाई के दौरान आरपीएफ के दरोगा मनोज राय के पास से 10 हजार 5 सौ रुपए और रेल कर्मचारी अविरल के पास से 8300 रुपए बरामद किए हैं।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि आरपीएफ के दारोगा मनोज राय पर वसूली करने का आरोप है। उसके साथ स्टोर में डीएसके के पद पर तैनात अविरल डीएमएस राम आसरे यादव भी शामिल था। स्क्रैप कारोबारी विशाल ट्रेडर्स के आकाश ने सीबीआई से इसकी शिकायत को थी। सीबीआई ने देर रात आलमबाग स्टोर से तीनों को रंगेहाथ पकड़ा है। दारोगा मनोज राय के पास से 10500 रुपए और अविरल के पास से रिश्वत के 8300 रुपए बरामद किए। इससे पहले रेलवे अधिकारी आलोक मिश्र को भी इसी जगह से रिश्वत लेते सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी हुए हैं। सीबीआई शिकायत के अलावा स्क्रैप के पूरे रिकॉर्ड का भी परीक्षण कर रही है कि रिश्वत की आड़ में कहीं रेलवे का निश्चित मात्रा का लोहा, स्क्रैप ही बाहर गया है या इससे अधिक भी निकलवाया गया है।