रफीक खान
मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल जिला अनूपपुर से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है कि जिसने एक बार फिर खाकी को दागदार कर दिया है। दरअसल यहां जिले के कोतमा थाना अंतर्गत ग्राम सिलपुर में पुलिस कर्मचारी किसी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए गए थे, तभी वहां एक नाबालिक ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। नाबालिक को वीडियो बनाते देख पुलिस कर्मियों ने आपा खो दिया और उसकी लात घुसो से इतनी बेरहमी के साथ पिटाई की कि वह लगभग मरणासन्न हो गया। जैसे तैसे उसे होश आया तो वह हद से ज्यादा दहशतजदा हो चुका था और उसने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद समूचे अनूपपुर जिले में सनसनी व्याप्त हो गई है। घटना को पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि कोतमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सिलपुर में डायल 100 पुलिस महिला अपराध से संबंधित किसी मामले की सूचना पर पहुंची हुई थी। जहां पर नाबालिग किशोर हैपी प्रजापति पिता माखन प्रजापति पुलिस की जांच कार्रवाई की वीडियो मोबाइल से बनाने लगा। इसी दौरान हंड्रेड डायल पुलिस के दो आरक्षक ने युवक से मोबाइल छीनते हुए उसके साथ मारपीट कर दी। इससे प्रताड़ित होकर रविवार रात्रि को नाबालिग ने घर पर जाकर फांसी लगा ली। इसके बाद कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों ने पुलिस द्वारा मारपीट को नाबालिग की आत्महत्या का कारण बताया है और मौके में ड्यूटी में पदस्थ पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की गई है। इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने घटना को लेकर आक्रोशित लोगों को आश्वस्त किया है कि पूरे मामले में मजिस्ट्रेटरियल जांच कराई जाएगी एवं पूरे मामले की जांच के पश्चात कार्रवाई की जाएगी। गांव में घटना के बाद से तनाव और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। लोगों का मानना है कि क्या सिर्फ वीडियो बना लेना इतना बड़ा अपराध था कि जिसकी कीमत जान तक देने पर पहुंच गई।