मुख्यमंत्री के गृह जिला उज्जैन के महाकाल थाना अंतर्गत स्थित एक आश्रम में बच्चों के साथ यौन शोषण और कुकर्म का मामला सामने आया है। 7 माह पूर्व की गई एक शिकायत पर पुलिस ने जांच करते हुए 19 बच्चों को पीड़ित के रूप में चिन्हित किया है। जांच अभी भी जारी है और पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ भी सकती है। पुलिस ने फिलहाल आश्रम के आचार्य और सेवादार के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण FIR पंजीबद्ध कर लिया है। पुलिस ने आचार्य को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सेवादार फरार होना बताया जा रहा है। जांच के बाद आरोपियों की संख्या में भी इजाफा हो सकता है। हालांकि यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है कि यौन शोषण जैसे गंभीर मामले में 7 माह पूर्व की गई शिकायत पर पुलिस किस तकनीक से जांच करती रही? जो इतना अधिक समय लग गया।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि बड़नगर रोड स्थित 30 साल पुराने दंडी आश्रम में बच्चों के साथ कई दिनों से आचार्य राहुल शर्मा और सेवादार अजय ठाकुर गलत काम कर रहा था। दोनों बच्चों को कमरे में बुलाकर घिनौना काम करते थे। शुरू में तीन बच्चों के साथ गलत काम होने की जानकारी सामने आई।अभिभावकों ने मंगलवार को बैठक की तो पीड़ित किशोरों की संख्या तीन से बढ़कर 19 हो गई।राजगढ़, मंदसौर और देवास के पुलिस को बताया कि पिछले कई दिन से अजय ठाकुर और राहुल शर्मा उनका यौन शोषण कर रहे थे। बताया जाता है कुछ समय पहले अभिभावकों ने सेवादार अजय ठाकुर की शिकायत की थी। उसे बाहर निकाल दिया था। फिर एक के बाद एक बच्चों की शिकायत आने लगी। हमने सभी अभिभावकों के साथ मंगलवार को बैठक की। बैठक में 20 से अधिक बच्चों के अभिभावक आए थे। सभी ने सेवादार अजय की शिकायत अपने माता-पिता से की थी। उनका गुस्सा भी अजय ठाकुर पर ही था। बैठक में एक-एक कर बच्चों को बुलाकर अजय के बारे में जानकारी ली, लेकिन इसी दौरान एक बच्चे ने रोते हुए आचार्य राहुल शर्मा का नाम भी लिया। इसके बाद पुलिस से शिकायत की गई।