रफीक खान
एक थप्पड़ शातिर बदमाश के गाल पर क्या पड़ा, उसका तो खून उबल गया। आक्रोश की सीमा नहीं रही और उसने चंद् घंटे बाद ही अपने एक साथी के साथ मिलकर स्टेशन पर बैठे हिस्ट्री सीटर को पत्थरों से कुचल कर मौत के घाट उतार दिया। हत्या की इस सनसनीखेज वारदात के बाद दोनों शातिर बदमाश स्टेशन से भागने में कामयाब हो गए। हालांकि पुलिस लगातार उनकी पतासाजी में लगी रही और जैसे ही सुराग मिला तो घटना की कुछ देर बाद ही दोनों आरोपियों को सतना की रेल पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस अभिरक्षा में पूछताछ के दौरान आरोपियों ने घटना के पीछे का कारण स्पष्ट किया। पुलिस ने आरोपियों के द्वारा हत्या में इस्तेमाल किए गए पत्थरों को जप्त किया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि सीधी जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम अकोरी निवासी 34 वर्षीय नारायण उर्फ सोनू शुक्ला बृजवासी शुक्ला पुराना बदमाश है। इस हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ सतना जीआरपी तथा आसपास के कई थानों में दो दर्जन के सोनू शुक्ला कर्वी निवासी मनोज विश्वकर्मा तथा सतना निवासी राजा चौबे के ही साथ रहता था। तीनों ने मिलकर कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया और साथ में ही शराब थोड़ी भी करते रहे हैं। गत दिवस तीनों साथ में बैठे थे, तभी किसी बात पर हल्की सी कहां सुनी हुई और सोनू शुक्ला ने आरोपी को एक थप्पड़ जड़ दिया। बस इस थप्पड़ ने तो इसकी फिजा ही बदल दी। उस दौरान तो दोनों आरोपी वहां से भाग खड़े हुए। कुछ देर बाद ही स्टेशन पर हिस्ट्रीसीटर सोनू शुक्ला को उन्होंने पकड़ा और घसीट कर ले जाकर उसके ऊपर पत्थरों की बौछार कर दी। वजनदार पत्थरों के कुचलने से सोनू की मौके पर ही मौत हो गई। तीनों बदमाशों पर डेढ़ दर्जन से अधिक प्रकरण पंजीबद्ध हैं।
10 साल पहले मृतक ने भी किया था ऐसा ही मर्डर
सतना जीआरपी चौकी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर राजेश राज ने बताया कि आरोपी तथा मृतक दोनों ही शातिर प्रवृत्ति के अपराधी थे। यह ना सिर्फ रेलवे इलाके में बल्कि सिविल इलाके में भी सक्रिय रूप से वारदातों को अंजाम देते थे। एक समय यह आतंक का पर्याय भी रहे हैं। 10 साल पूर्व मृतक सोनू शुक्ला ने एक युवक की पत्थरों से कुचल कर इसी तरह हत्या कर दी थी, इस घटना की 10 साल बाद पुनरावृत्ति हुई है। SI राजेश राज ने बताया कि घटना के बाद रेल पुलिस में आरोपियों को दबोचने के लिए जमकर घेराबंदी की। पूरे घटनाक्रम तथा आरोपियों को पकड़ने के लिए चलाए गए ऑपरेशन की जानकारी रेल एसपी शिमला प्रसाद को दी गई तथा रेल डीएसपी सारिका पांडे से भी मार्गदर्शन लिया गया। रेल पुलिस टीम द्वारा बनाई गई रणनीति को सफलता चंद घंटे के भीतर ही मिल गई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जीआरपी सतना के चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर राजेश राज के साथ हमराह स्टॉफ एएसआई आरएस शुक्ल, आरपीएफ एएसआई दीपक दहिया, आरक्षक अशोक तिवारी, श्याम बाबू, सज्जन सिंह, श्रवण द्विवेदी, धर्मेंद्र गुप्ता ने गिरफ्तारी के पूरे ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।