रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित खजरी खिरिया बाईपास में हुए बमों के धमाके के मुख्य आरोपी फरार हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी को संरक्षण देने एवं छुपाने में मदद करने वाले नागपुर निवासी अब्दुल करीम सत्तार पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद करीम को जेल भेज दिया गया है। वहीं प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए बाईपास स्थित रजा मेटल इंडस्ट्रीज के गोदाम परिसर में बने तमाम भवनो को जमींदोज कर दिया है। फरार शमीम कबाड़ी की तलाश अभी भी जारी है और उसका कहीं कोई सुराग पुलिस नहीं जुटा पाई है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि थाना अधारताल में दर्ज अपराध क्रमांक 513/2024 धारा 304, 120 बी भादवि तथा 3, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम में दिनॅाक 25-4-2024 को हाजी शमीम कबाडी के राजुल सिटी के सामने कटनी रोड खजरी (चाटी) में कबाड़/वेयरहाउस में विस्फोट होने की घटना में आरोपी शमीम पिता मोह. बसीर, निवासी सैफ नगर रद्दी चौक गोहलपुर का घटना दिनॉक से फरार है। उक्त प्रकरण की गम्भीरता को दृष्टिगत रखते हुये पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर अनिल सिंह कुशवाह (भा.पु.से.) के द्वारा 30,000/- रूपये (30 हजार रूपये ) के नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की उद्घोषणा की गयी है। पूर्व में ₹15000 का इनाम डीआईजी तुषार कांत विद्यार्थी द्वारा घोषित किया जा चुका है। रविवार दिनॉक 26-5-2024 को थाना अधारताल अंतर्गत ग्राम चांटी में रजा मेटल इंडस्ट्रीज नाम से 5000 वर्गफुट भूमि पर लगभग 2 करोड़ की लागत से निर्मित गोदाम को आज पूरी तरह से जमीदोज कर दिया गया है। फरार हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी के सम्बंध मे पतासाजी की गयी तो ज्ञात हुआ कि नागपुर में लुक-छिप कर रह रहा है। यह जानकारी लगते ही नगर पुलिस अधीक्षक गढा देवेन्द्र सिंह चौहान एवं थाना प्रभारी अधारताल विजय विश्वकर्मा के नेतृत्व मे उप निरीक्षक दीपक मण्डलोई, योगेन्द्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक रामसनेह शर्मा, आरक्षक प्रतीक दुबे, सायबर सेल के आरक्षक जितेन्द्र की एक टीम नागपुर रवाना की गयी। पतासाजी पर ज्ञात हुआ कि शमीम कबाड़ी का नागपुर भारत कालोनी में रहने वाले अब्दुल करीम सत्तार पटेल नाम के कबाड़ी से काफी पुरानी दोस्ती है, अब्दुल करीम सतार पटेल से सघन पूछताछ की गयी तो बताया कि फरारी के दौरान शमीम कबाड़ी नागपुर में आकर मिला था, जिसे 50 हजार रूपये दिये थे एवं होटल में बात कर रूकवाया था। कुछ दिन रूकने के बाद कहॉ जा रहा है बता कर नहीं गया है।