रफीक खान
मुरादनगर की गंगनहर के घाट से एक ऐसा शर्मनाक मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर धर्म का चोला ओढ़ कर बैठे कुकर्मियों की पोल खोल दी है। मामला कुछ ऐसा है कि गंगनहर घाट पर महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग बॉक्स बनाए गए हैं। उनमें सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ पाया गया। सीसीटीवी का यह कैमरा अति प्राचीन शानी मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी के द्वारा लगवाए गए थे और इसका कनेक्शन महंत के मोबाइल पर था। महंत इन्हें न सिर्फ लाइव देखता था बल्कि उनकी रिकॉर्डिंग भी करता था। मामले की पोल तब खुली, जब अपनी बेटी के साथ चेंजिंग बॉक्स में गई महिला की नजर कैमरे पर पड़ी। अब पुलिस महंत को तलाश कर रही है और वह फरार है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि दिल्ली से मेरठ की तरफ जाते समय मुरादनगर की गंगनहर में गत दिवस मुरादनगर की एक महिला अपनी 14 साल की बेटी के साथ गंगनगर पर नहाने गई। महिला जब घाट पर बने चेंजिंग रूम में कपड़े बदलने लगी तभी उसकी नजर ऊपर लगे सीसीटीवी कैमरे पर पड गई। महिला ने तुरंत कपड़े पहने और घबराकर बाहर निकली। लोगों ने पूछा तो उसने ऊपर लगे सीसीटीवी कैमरे की तरफ इशारा किया। घाट पर हंगामा मच गया। इस बीच कुछ लोगों ने बताया कि सभी सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड घाट पर बने प्राचीन शनि मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी के मोबाइल पर कनेक्ट है। महिला तुरंत महंत के पास पहुंची और सीसीटीवी कैमरे के बारे में पूछा। महंत बिगड़ गया और महिला को ही अपशब्द कहने लगा। इसके बाद महिला सीधे पुलिस थाने गई और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस शनि मंदिर के बाहर बने महिलाओं के चेंजिंग रूम के ऊपर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में पांच दिनों की रिकॉर्डिंग मिली। इसके बाद जब दो दिन की फुटेज चेक की गई, तो सैकड़ों महिलाएं कपड़े बदलते हुए इसमें रिकॉर्ड थी।
कई आपत्तिजनक वीडियो और फुटेज मिले
बताया जाता है कि पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान आश्रम के कई हिस्सों की तलाशी ली। पुलिस को यहां कई वीडियो और फोटो आपत्तिजनक मिले। इन्हें बरामद किया गया है। यह भी बताया जाता है कि मुकेश गोस्वामी के ऊपर पहले से चार मुकदमे दर्ज हैं। इनमें एक मुकदमा मेरठ और तीन गाजियाबाद जिले के हैं। साल 2007 में उसके ऊपर मेरठ के सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज किया गया। मुकेश के ऊपर साल 2017 में दूसरा केस मुरादनगर थाने में दर्ज हुआ। इसके अलावा उसके ऊपर दो मुकदमे वन अधिनियम के तहत चल रहे हैं। मुकेश गोस्वामी का नाम इसके अलावा पहले भी छोटा हरिद्वार से जुड़े कुछ विवादों में आ चुका है।