रफीक खान
शुक्रवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर खड़ी झेलम एक्सप्रेस में बम होने की सूचना जैसे ही प्रसारित हुई, वहां अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया। बम की खबर से न सिर्फ झेलम एक्सप्रेस में सवार होकर यात्रा कर रहे यात्री, बल्कि स्टेशन पर अन्य ट्रेनों के लिए पहुंचे यात्री भी दहशत में आ गए। सूचना पर आरपीएफ, जीआरपी तथा जिला पुलिस का बाल भी बड़ी तादाद में मौके पर जा पहुंचा। झेलम एक्सप्रेस की सारी बोगियां को सर्च किया गया और पुलिस यह पता लगाने में भी कामयाब हो गई कि आख़िर ये अफवाह किसने फैलाई थी? पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले को हिरासत में ले लिया है तथा उससे पूछताछ की जा रही है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि भोपाल से गुजरने वाली शुक्रवार को सुबह पुणे से चलकर जम्मू तवी की ओर जाने वाली झेलम एक्सप्रेस में बम की सूचना मिली। जब यह ट्रेन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंची तो रेलवे सहित पुलिस बल ने ट्रेन को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस का डॉग स्क्वाड भी मौके पर पहुंच गया था। हालाकि झेलम एक्सप्रेस में बम की सूचना के बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आ गया। इसके बाद सर्चिंग की गई। यात्री भी काफी देर तक दहशत में रहे। बताया जा रहा है कि सर्चिंग के बाद बम की सूचना झूठी निकली। इटारसी से भोपाल की तरफ आने वाली झेलम ट्रेन में मिडघाट के आसपास जनरल बोगी में सफर करने वाले पुणे निवासी एक युवक ने टीसी को सूचना दी थी कि ट्रेन में बम है। इसके बाद टीसी राजेश चौरे ने इसकी जानकारी जीआरपी भोपाल को दी। इसके बाद ट्रेन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंचती, तब तक जीआरपी का पूरा अमला तैनात हो गया था। ट्रेन की एक घंटे तक सर्चिंग की गई, इसके बाद यह खबर झूठी साबित हुई। मध्यप्रदेश से गुजरने वाली झेलम एक्सप्रेस से बड़ी संख्या में लोग वैष्णोदेवी दर्शन करने जाते हैं। यह ट्रेन बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, इटारसी, होशंगाबाद, भोपाल, विदिशा, बीना, दतिया, ग्वालियर और मुरैना में भी रुकती है।