रफीक खान
लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार प्रसार के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तथा मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी द्वारा भारतीय जनता पार्टी की नेत्री तथा प्रदेश सरकार की पूर्व मंत्री इमरती देवी पर तंज कसते हुए दिए गए बयान मामले में नया मोड़ आ गया है। जीतू पटवारी ने तंजिया लहज़े में इमरती देवी पर प्रहार करते हुए कहा था कि “इमरती में अब वो रस नहीं रहा”। जिसे लेकर जमकर सियासत हुई और आरोप प्रत्यारोप तथा स्पष्टीकरण के बीच इमरती देवी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर दी गई। एफआईआर को निरस्त करने के लिए जीतू पटवारी ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने सोमवार को उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए भाजपा नेत्री इमरती देवी तथा मध्य प्रदेश शासन को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि PCC chief जीतू पटवारी ने याचिका में अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर निरस्त करने की मांग की है। सोमवार को इस याचिका पर कोर्ट में सुनवाई हुई। इसके बाद हाईकोर्ट ने मध्यप्रदेश सरकार और इमरती देवी को नोटिस जारी कर दिए। एमपी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) के खिलाफ बीजेपी की महिला नेता और पूर्व मंत्री इमरती देवी ने एफआईआर FIR दर्ज कराई है। जीतू पटवारी ने इमरती देवी Jitu Patwari Imarti Devi Case पर पत्रकारों के सवाल पर कह दिया था कि — उनका रस खत्म हुआ…। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर माफी मांग ली थी। इमरती देवी Imarti Devi को लेकर 3 मई को दिए विवादित बयान पर जीतू पटवारी बुरी तरह फंस गए। इस बयान पर जहां प्रदेश भर में बीजेपी ने जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया वहीं पूर्व मंत्री इमरती देवी ने जीतू पटवारी Jitu Patwari Imarti Devi Case के खिलाफ मामला भी दर्ज करा दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बयान पर बवाल के बाद माफी भी मांग ली पर इमरती देवी नहीं पसीजीं। जीतू पटवारी ने सफाई देते हुए कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। पूर्व मंत्री इमरती देवी पर दिए गए बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ डबरा के साथ अशोक नगर में भी प्रकरण दर्ज है।