रफीक खान
पंजाब जालंधर के करतारपुर में स्थित जंग-ए-आज़ादी मेमोरियल स्मारक मामले Kartarpur Jang E Azadi Memorial Case में हुए कथित घोटाले को लेकर विजिलेंस ने एक आईएएस ऑफिसर IAS officer तथा वरिष्ठ पत्रकार समेत 18 लोगों पर FIR दर्ज की है। इनमें पंजाब के मशहूर बिल्डर दीपक सिंगल समेत 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि आईएएस अधिकारी तथा तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनय बबलानी व वरिष्ठ पत्रकार बरजिंदर सिंह हमदर्द की तलाश की जा रही है। एफआईआर तथा गिरफ्तारी के बाद अब सियासी हलचल भी तेज हो गई है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि केस में विजिलेंस द्वारा आईएएस अधिकारी और पूर्व चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर विनय बुबलानी को भी नामजद किया गया है। जिनकी गिरफ्तारी फिलहाल बाकी है। बरजिंदर सिंह हमदर्द और विनय बुबलानी ने पंजाब फ्रीडम मूवमेंट मेमोरियल फाउंडेशन के डीड ऑफ डिक्लेरेशन (2012) के क्लॉज नंबर 9 और 10 में दी गई शक्तियों का अपने निजी फायदे के लिए दुरुपयोग किया और ठेकेदारों (दीपक बिल्डर्स/गोदरेज एंड बॉयस कंपनी) और सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ मिलीभगत से उक्त फ्रॉड किया।विजिलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने पिछले साल मार्च महीने में इस प्रोजेक्ट को लेकर जांच शुरू की थी। शिकायत है कि इस प्रोजेक्ट को बनाते समय फंड का मिस-यूज हुआ। जिसके लिए कुछ समय पहले प्रबंध समिति के सचिव लखविंदर सिंह जौहल को भी तलब किया गया था। इस प्रोजेक्ट का बजट 315 करोड़ रुपए था। जांच में विजिलेंस ब्यूरो ने 2014-2016 में इसके निर्माण के दौरान कितने पैसे पास किए गए थे, पैसे का इस्तेमाल कैसे? और कहां किया गया?इससे संबंधित तथ्यों की जांच विजिलेंस ब्यूरो कर रही है। इसके अलावा, जिन अधिकारियों की देखरेख में पैसे आवंटित और इस्तेमाल किया गया, उनसे भी विस्तार से पूछताछ की गई थी।