रफीक खान
एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी तथा विदेश मंत्री हुसैन अमीर समेत लोन 9 लोगों की मौत हो गई। ईरान के सरकारी बयान में इस हादसे की सोमवार को पुष्टि कर दी गई। हादसे के पीछे फिलहाल कोहरे को कारण माना गया है लेकिन पिछले दिनों इसराइल से बड़ी दुश्मनी के चलते इसे साजिश के रूप में भी देखा जा रहा है। पिछले महीने ईरान ने इजरायल पर हमला किया था। सीरिया की राजधानी दमिश्क में उसके वाणिज्यिक दूतावास पर हुए हमले के बाद ईरान ने यह कदम उठाया था। उधर इजरायली मीडिया ने राष्ट्रपति की मौत पर टिप्पणी करते हुए उन्हें कसाई निरूपित कर दिया है। हादसे के बाद ईरानी शेयर मार्केट पर भी जबरदस्त असर पड़ा है और ईरान का प्रमुख इंडेक्स Tedpix धराशाई हो गया है।
उल्लेखनीय है कि 19 मई 2024 रविवार को राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी विदेश मंत्री हुसैन अमीर अबुदल्लाहियन के साथ हेलीकॉप्टर में थे। जो दुर्गम घाटी में क्रैश हो गया। 20 मई 2024 सोमवार को बचावकर्मियों को बड़ी मुश्किल से ड्रोन की मदद से हेलीकॉप्टर का मलबा मिला। जिसके कुछ देर बाद राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि कर दी गई। हादसे के लिए कोहरे को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, लेकिन कई लोगों को लगता है कि यह हादसा कोई साजिश भी हो सकती है, जिसमें किसी देश का हाथ होने की शंका जताई जा रही है। इजरायल पर इस मामले में शंका ज्यादा की जा रही है और ईरानी सरकार अपनी प्रमुख गुप्तचर एजेंसियों से इस पर लगातार इनपुट ले रही है। बताया जाता है कि यह हादसा अजरबैजान और ईरान की सीमा के पास हुआ। जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस समय रईसी अजरबैजान में यात्रा कर रहे थे। रईसी का प्लेन जहां क्रैश हुआ वह जगह ईरान की राजधानी तेहरान से 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा पर स्थित जोल्फा शहर के पास है। घटना के बाद अपना आधिकारिक बयान जारी करते हुए ईरानी कैबिनेट ने राष्ट्रपति की मौत पर संवेदना जताई और कहा है कि ईरान की शासन व्यवस्था पहले की तरह ही चलती रहेगी।