मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक परिवार में जब निश्चित तारीख को लगुन नहीं पहुंची तो परिवार बुरी तरह परेशान हो उठा। इस बीच दो पक्षों के बीच वैवाहिक संबंध स्थापित करवाने वाले मिडिलमैन ने जानकारी दी की उन्होंने बातचीत को तोड़ दिया है। यानी कि अब शादी नहीं होगी तो परिजन आक्रोशित हो उठे और उन्होंने मिडिलमैन की जमकर धुनाई कर डाली। इतना ही नहीं मारपीट के बाद उसे मवेशियों के बांधने वाली जगह "सार" में लगे खंभे से बांध दिया गया। मिडिलमैन पूरी रात इसी तरह बंधा रहा।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि नूराबाद (मुरैना) निवासी लाल सिंह गुर्जर 55 ने पुरासानी गांव (झांसी रोड) में सरनाम गुर्जर के बेटे बंटी 28 का रिश्ता रन्नौद (शिवपुरी) में आशाराम की बेटी से तय कराया था। कुछ समय पहले बंटी की सगाई भी हुई थी। 21 अप्रैल को लगुन आना थी। बंटी के घर पर लगुन का जश्न मनाया जा रहा था। रिश्तेदार और आसपास के गांव के लोगों की दावत थी। इसमें मिडिल मेन लाल सिंह गुर्जर भी साथी रामनिवास के साथ शामिल होने आए थे।
इस तरह खुली पोल रिश्ता टूटने की
बताया जाता हैं रात 9 बजे तक आशाराम का परिवार लगुन लेकर नहीं पहुंचा तो बंटी ने लाल सिंह से कहा आशाराम से पूछो कितनी देर में लगुन लेकर आ रहे हैं। रिश्तेदार और गांव वाले इंतजार में हैं। लाल सिंह ने बताया उन्होंने आशाराम गुर्जर को कॉल किया। उनका मोबाइल बंद था। कई बार फोन करने पर बात नहीं हुई तो बंटी और उसका रिश्तेदार जंडेल, रामवरन और केशव गुर्जर सनक गए। इन लोगों का कहना था लाल सिंह ने सगाई कराई है। उसकी वजह से गांव के सामने बात खराब हो रही है। अब या तो लाल सिंह अपनी बेटी से बंटी की लगुन चढ़ाए नहीं तो उसे गांव से वापस नहीं जाने देंगे। बंटी के साथ बेटी की शादी करने को राजी नहीं हुए तो बंटी, केशव और जंडेल ने उन्हें पीटा फिर रस्सी से उनके हाथ बांध कर खंभे से बांध दिया। रामनिवास से उन्हें बचाने की कोशिश की तो उन्हें भी पीटा। पूरी रात लालसिंह को मवेशी की तरह बांध कर रखा। सुबह 7 बजे तक वह घर नहीं लौटे तब उनके परिजनों ने तलाशा। सुबह 7 बजे डायल 100 ने पुरासानी गांव जाकर लाल सिंह को छुड़ाया। पुलिस का कहना है कि रिश्ता टूटने पर तीन लोगों ने मेहमान को बंधक बनाकर रस्सी से बांधकर रखा। आरोपियों पर केस दर्ज किया है। तीनों गांव से फरार हैं।