मध्य प्रदेश के सिवनी तथा जबलपुर में सरकारी कर्मचारियों का आचार संहिता उल्लंघन का मामला सामने आया है। सिवनी में सरकारी कर्मचारी की टीम एक पार्टी विशेष का प्रचार कर रही थी। मामले की जब जांच की गई तो यह जानकारी सही पाई गई और कलेक्टर ने कार्रवाई करने में देर नहीं की। वही शुक्रवार को जबलपुर में ऐन मतदान के दौरान एक पीठासीन अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को भूल गए और वे मतदान केंद्र के अंदर की तस्वीर व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल करने में जुट गए। मामले की जांच सेक्टर अधिकारी द्वारा की गई और फिर कलेक्टर ने उन्हें भी तत्काल सस्पेंड कर दूसरे पीठासीन अधिकारी को जिम्मेदारी सौंप दी गई।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि मतदान केन्द्र क्रमांक 173, विधानसभा 101-पनागर के पीठासीन अधिकारी रतन कुमार चार्ज मेन व्हीकल कैरिज फ़ैक्ट्री को जबलपुर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। रतन कुमार द्वारा मतदान केन्द्र के भीतर के फोटो खिंचवाकर अपने मोबाइल फ़ोन नम्बर ***51973 से वाटसअप ग्रुप महर्षि वाल्मीकि एकता क्लब में पोस्ट किये थे। शिकायत प्राप्त होने पर जाँच कराई गई। सेक्टर अधिकारी हेमंत अमहिया द्वारा मोबाइल फ़ोन ज़ब्त कर शिकायत सही होने की पुष्टि की। मतदान केन्द्र के मोबाइल फ़ोन का उपयोग वर्जित है। नियम का उल्लंघन करने के लिये पीठासीन अधिकारी को निलंबित कर मतदान अधिकारी क्रमांक -1 को पीठासीन अधिकारी का दायित्व सौंपा गया।
सिवनी जिले में कलेक्टर ने बीआरसीसी अरूण राय, एमआईएस श्रवण साहू व डीए आपरेटर उपमा बर्वे को पद से हटकर जिला शिक्षा केंद्र में अटैच कर दिया और बीएसी मनोज नाग व गजेन्द्र बघेल की प्रतिनियुक्ति समाप्त करके मूल पद स्थापना पर भेज दिया। सभी आचार संहिता के उल्लंघन के दोषी पाए गए हैं। बीआरसीसी अरूण राय एवं उनके ऑफिस की टीम चुनाव प्रचार कर रही थी। इसी दौरान उन्होंने प्राइवेट स्कूल संचालकों से कम्युनिकेशन के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप BRCC PRIVET SEONI में पार्टी विशेष का प्रचार किया और एक प्रत्याशी को वोट देने की अपील की। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप की डीपी में भी प्रत्याशी का नाम लिखा। आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत मिलने के बाद सहायक रिटर्निंग अधिकारी, लोकसभा क्षेत्र क्र. 15-बालाघाट (विस क्षेत्र क्र.115-सिवनी) द्वारा शिकायत की जांच की गई। ARO की ओर से कलेक्टर को प्रस्तुत प्रतिवेदन में बताया गया कि, शिकायत सही पाई गई है। व्हाट्सएप ग्रुप में दिनांक 11 अप्रैल को दोपहर 2:33 बजे पॉलिटिकल पोस्ट की गई। ग्रुप की डीपी में राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया और एक नेता का नाम लिखा गया। जांच में दोषी पाए जाने के बाद, जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर क्षितिज सिंघल ने ग्रुप एडमिन बीआरसीसी अरूण राय, MIS श्रवण साहू व डीए आपरेटर उपमा बर्वे को जनपद शिक्षा केंद्र से हटाकर जिला शिक्षा केंद्र कार्यालय में में संलग्न कर दिया है। बीएसी मनोज नाग व बीएसी गजेन्द्र बघेल की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर मूल पदस्थापना संस्था तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि मतदान केन्द्र क्रमांक 173, विधानसभा 101-पनागर के पीठासीन अधिकारी रतन कुमार चार्ज मेन व्हीकल कैरिज फ़ैक्ट्री को जबलपुर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। रतन कुमार द्वारा मतदान केन्द्र के भीतर के फोटो खिंचवाकर अपने मोबाइल फ़ोन नम्बर ***51973 से वाटसअप ग्रुप महर्षि वाल्मीकि एकता क्लब में पोस्ट किये थे। शिकायत प्राप्त होने पर जाँच कराई गई। सेक्टर अधिकारी हेमंत अमहिया द्वारा मोबाइल फ़ोन ज़ब्त कर शिकायत सही होने की पुष्टि की। मतदान केन्द्र के मोबाइल फ़ोन का उपयोग वर्जित है। नियम का उल्लंघन करने के लिये पीठासीन अधिकारी को निलंबित कर मतदान अधिकारी क्रमांक -1 को पीठासीन अधिकारी का दायित्व सौंपा गया।
सिवनी जिले में कलेक्टर ने बीआरसीसी अरूण राय, एमआईएस श्रवण साहू व डीए आपरेटर उपमा बर्वे को पद से हटकर जिला शिक्षा केंद्र में अटैच कर दिया और बीएसी मनोज नाग व गजेन्द्र बघेल की प्रतिनियुक्ति समाप्त करके मूल पद स्थापना पर भेज दिया। सभी आचार संहिता के उल्लंघन के दोषी पाए गए हैं। बीआरसीसी अरूण राय एवं उनके ऑफिस की टीम चुनाव प्रचार कर रही थी। इसी दौरान उन्होंने प्राइवेट स्कूल संचालकों से कम्युनिकेशन के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप BRCC PRIVET SEONI में पार्टी विशेष का प्रचार किया और एक प्रत्याशी को वोट देने की अपील की। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप की डीपी में भी प्रत्याशी का नाम लिखा। आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत मिलने के बाद सहायक रिटर्निंग अधिकारी, लोकसभा क्षेत्र क्र. 15-बालाघाट (विस क्षेत्र क्र.115-सिवनी) द्वारा शिकायत की जांच की गई। ARO की ओर से कलेक्टर को प्रस्तुत प्रतिवेदन में बताया गया कि, शिकायत सही पाई गई है। व्हाट्सएप ग्रुप में दिनांक 11 अप्रैल को दोपहर 2:33 बजे पॉलिटिकल पोस्ट की गई। ग्रुप की डीपी में राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया और एक नेता का नाम लिखा गया। जांच में दोषी पाए जाने के बाद, जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर क्षितिज सिंघल ने ग्रुप एडमिन बीआरसीसी अरूण राय, MIS श्रवण साहू व डीए आपरेटर उपमा बर्वे को जनपद शिक्षा केंद्र से हटाकर जिला शिक्षा केंद्र कार्यालय में में संलग्न कर दिया है। बीएसी मनोज नाग व बीएसी गजेन्द्र बघेल की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर मूल पदस्थापना संस्था तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया है।