रफीक खान
दिल्ली पुलिस के निशाने पर तेलंगाना सरकार की मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी आ गए हैं। हाल ही में सोशल मीडिया तथा इंटरनेट पर वायरल हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के एडिटेड वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री रेडी को समन भेजा है। मुख्यमंत्री से 1 मई तक अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। झारखंड के मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद अब तेलंगाना के सीएम रेवंथ रेड्डी पर भी अपराधिक प्रकरण का एक बड़ा संकट आ खड़े होने की आशंका लगने लगी है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और देश के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के एक एडिटेड वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस ने रविवार को एफआईआर दर्ज की है। ऐसा कहा जा रहा है कि यह एडिटेड वीडियो कांग्रेस ने शेयर कर वायरल किया था। हालांकि अब यह मामला दिल्ली पुलिस के पास पहुंच गया है और जांच के बाद आरोपियों को नामजद किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी के संगठन मुख्यालय और गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से अमित शाह के एडिटेड वीडियो मामले में शिकायत की थी। इसे कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर किया था। बीजेपी और गृह मंत्रालय की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने IPC की धारा 153/153A/465/469/171G और IT एक्ट की धारा 66C के तहत केस दर्ज किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी सूत्रों द्वारा इस बात की पुष्टि की गई है कि गृहमंत्री अमित शाह ने एससी/एसटी या ओबीसी के लिए आरक्षण खत्म करने की बात नहीं की है और यह वीडियो फर्जी है। इसी शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस द्वारा प्राथमिक तौर पर प्रथमदृष्टया कार्रवाई करते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया और सोमवार 29 अप्रैल को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी को समन भेजने की कार्रवाई कर दी गई।