रफीक खान
गुना से बीना की तरफ जा रही एक मालगाड़ी में अचानक आग लग गई। छोटी सी चिंगारी कुछ ही देर बाद आग के शोलों में तब्दील हो गई। आग यूं तो इंजन में लगी थी लेकिन पूरी ट्रेन में कोयला लदा हुआ था। आग लगातार अपना विकराल रूप लेती रही। फायर ब्रिगेड को खबर की गई लेकिन समय पर पर्याप्त मात्रा में फायर ब्रिगेड मौके पर नहीं पहुंची। सूचना पर रेल अधिकारी और बड़ा तकनीकी अमला मौके पर पहुंच गया था। 3 घंटे के बाद आग को कंट्रोल करने में कामयाबी मिल सकी। रेल प्रबंधन ने इस घटना की जांच के आदेश भी दे दिए है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि गुना से बीना की तरफ आ रही मालगाड़ी के इलेक्ट्रिकल इंजन में देर शाम एकाएक आग लग गई। इंजन में आग लगने की जानकारी लगते ही रेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आग बुझाने के लिए रिफाइनी, जेपी पावर प्लांट से फायर ब्रिगेड बुलाई गई किंतु एप्रोच रोड नहीं होने के कारण समय पर फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच पाई। नगर पालिका की फायर लारी किसी तरह वहां पहुंची और करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। दो इलेक्ट्रिकल इंजन के साथ कोयला लेकर बीना की तरफ आ रही पीसीएमसी गुड्स ट्रेन के इंजन में शाम 7 बजे के करीब आग लगी थी। बीना स्टेशन से लगभग 14 किलो मीटर की दूरी पर स्थित सेमरखेड़ी स्टेशन के पास इंजन में आग की लपटें उठते देख रेलवे कर्मचारियों को होश उड़ गए। जानकारी के अनुसार, मालगाड़ी के इंजन में आग लगने के बाद यात्री ट्रेनें प्रभावित हुई, जिसमें ट्रेन नंबर 06634 बीना-कोटा मेमू ट्रेन को सेमरखेड़ी रेलवे स्टेशन पर करीब दो घंटे तक खड़ा कर दिया गया। जिसे रात करीब 8:29 बजे आगे के लिए रवाना किया गया है। ट्रेन नंबर 12197 भोपाल-ग्वालियर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन सेमरखेड़ी रेलवे स्टेशन के पास करीब ढ़ाई घंटे तक खड़ी रही। ट्रेन नंबर 14814 भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस ट्रेन शाम करीब 7:30 बजे बीना रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई थी, जिसे करीब आधे घंटे तक खड़ा किया गया। रात 8:31 बजे आगे के लिए रवाना किया गया। इस दौरान यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।