रफीक खान
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार की सुबह 5:49 पर भस्म आरती के दौरान आग भड़क उठी। आग के भड़कते ही अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई। पल भर में ही आग ने वहां मौजूद 14 पुजारियों को अपनी चपेट में ले लिया था। झुलसे हुए पुजारियों में से 9 को उपचार के लिए इंदौर भेजा गया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि घटना के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के परिजन भी वहां मौजूद थे। हालांकि वह पूर्णत सुरक्षित रहे। इस दौरान चर्चा यह है कि ढाई क्विंटल गुलाल कौन लेकर आया? कपूर और गुलाल में अति ज्वलनशील कौन सा पदार्थ मौजूद था? जो आग को भड़काने का कारण बन गया? हालांकि इस तरह के सवालों का जवाब जांच के बाद ही सामने आ पाएगा। उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने घटना की जांच के लिए मजिस्ट्रेट समिति को जिम्मेदारी दी है। जांच अधिकारियों को तीन दिन के भीतर प्रतिवेदन कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करना होगा।
घटना के सिलसिले में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि सोमवार सुबह 5.49 बजे महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती की जा रही थी। उस दौरान हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। भक्त भगवान महाकाल के साथ होली खेल रहे थे। तभी आरती के दौरान सुबह 5.49 बजे अचानक आग भभक गई, जिससे मंदिर के पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए।
मंदिर के गर्भगृह में बड़ी मात्रा में गुलाल उड़ाया जा रहा था। उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था, जबकि गर्भगृह निरीक्षक और सहायक प्रशासक वहीं मौजूद थे।
महाकाल मंदिर समिति ने सुप्रीम कोर्ट को मंदिर के गर्भगृह में हर्बल गुलाल के उपयोग करने का सुझाव दिया था। इसके बाद भी स्प्रे गुलाल और केमिकल रंग कैसे उपयोग होता रहा?
बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे। सभी को गुलाल उड़ाने के लिए किस पंडे-पुजारी ने दिया, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
दावा है कि कपूर आरती के समय गर्भगृह में किसी ने गुलाल संजय पुजारी के ऊपर फेंका, जिससे आग भड़क गई। आखिर वो कौन है, जिसने गुलाल फेंका।
होली के लिए मंदिर में ढाई क्विंटल गुलाल लाया गया। ये गुलाल हर्बल था या केमिकल युक्त?
घायलों को 1-1 लाख रुपये दिए जाएंगे
महाकाल मंदिर में भस्मारती के दौरान गर्भगृह में आग लगने की घटना के बाद सीएम मोहन यादव यहां पहुंचे। उन्होंने गर्भगृह के बाहर से महाकाल के दर्शन किए और पुजारियों से चर्चा की। इसके बाद वे नंदी हाल में पहुंचे और महाकाल को दंड़वत प्रणाम किया। मंदिर से बाहर आने के बाद सीएम मोहन यादव ने कहा कि आज जो घटना घटी है वह बहुत दुखद है, महाकाल की कृपा से कोई बड़ी घटना नहीं हुई लेकिन जो भी हुआ उसके बाद सरकार ने निर्णय लिया कि इसकी मजिस्ट्रियल जांच होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि घायलों का पूरा इलाज कराया जाएगा, सभी घायलों को 1-1 लाख रुपये दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्री से इस घटना के संबंध में मेरी फोन पर चर्चा हुई है।
मजिस्ट्रियल जांच : 3 दिन में रिपोर्ट देने के दिए निर्देश
श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में सोमवार भस्म आरती के दौरान हुई आगजनी की घटना के उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन द्वारा संपूर्ण घटना की जांच की जाएगी। कलेक्टर श्री सिंह ने 3 दिन में जांच समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
महाकाल मंदिर समिति ने सुप्रीम कोर्ट को मंदिर के गर्भगृह में हर्बल गुलाल के उपयोग करने का सुझाव दिया था। इसके बाद भी स्प्रे गुलाल और केमिकल रंग कैसे उपयोग होता रहा?
बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे। सभी को गुलाल उड़ाने के लिए किस पंडे-पुजारी ने दिया, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
दावा है कि कपूर आरती के समय गर्भगृह में किसी ने गुलाल संजय पुजारी के ऊपर फेंका, जिससे आग भड़क गई। आखिर वो कौन है, जिसने गुलाल फेंका।
होली के लिए मंदिर में ढाई क्विंटल गुलाल लाया गया। ये गुलाल हर्बल था या केमिकल युक्त?
घायलों को 1-1 लाख रुपये दिए जाएंगे
महाकाल मंदिर में भस्मारती के दौरान गर्भगृह में आग लगने की घटना के बाद सीएम मोहन यादव यहां पहुंचे। उन्होंने गर्भगृह के बाहर से महाकाल के दर्शन किए और पुजारियों से चर्चा की। इसके बाद वे नंदी हाल में पहुंचे और महाकाल को दंड़वत प्रणाम किया। मंदिर से बाहर आने के बाद सीएम मोहन यादव ने कहा कि आज जो घटना घटी है वह बहुत दुखद है, महाकाल की कृपा से कोई बड़ी घटना नहीं हुई लेकिन जो भी हुआ उसके बाद सरकार ने निर्णय लिया कि इसकी मजिस्ट्रियल जांच होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि घायलों का पूरा इलाज कराया जाएगा, सभी घायलों को 1-1 लाख रुपये दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्री से इस घटना के संबंध में मेरी फोन पर चर्चा हुई है।
मजिस्ट्रियल जांच : 3 दिन में रिपोर्ट देने के दिए निर्देश
श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में सोमवार भस्म आरती के दौरान हुई आगजनी की घटना के उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन द्वारा संपूर्ण घटना की जांच की जाएगी। कलेक्टर श्री सिंह ने 3 दिन में जांच समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।