RSS के पूर्व प्रचारकों ने विधानसभा स्पीकर तोमर के खिलाफ खोला मोर्चा, पूर्व में जारी ड्रग्स संबंधी वीडियो मामले में आंदोलन शुरू, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग - khabarupdateindia

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RSS के पूर्व प्रचारकों ने विधानसभा स्पीकर तोमर के खिलाफ खोला मोर्चा, पूर्व में जारी ड्रग्स संबंधी वीडियो मामले में आंदोलन शुरू, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग


Rafique Khan
मध्य प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और उनके बेटे के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई पूर्व प्रचारकों ने मोर्चा खोल दिया है। इंदौर में शुरू हुए इस आंदोलन को प्रदेश के अलग-अलग जगह पर धरने के रूप में आयोजित करने का भी ऐलान किया गया है। इन पूर्व प्रचारकों का कहना है कि केंद्रीय कृषि मंत्री रहते हुए नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे का लेनदेन संबंधी वीडियो वायरल हुआ था, उस वक्त कुछ लोगों ने शिकायतें भी की थी। सबके बावजूद किसी भी जांच एजेंसी द्वारा जांच तक शुरू नहीं की गई। नशे के कारोबार संबंधी उक्त वीडियो मामले में पूर्व प्रचारकों की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होना चाहिए। पूर्व प्रचारकों का यह भी कहना है कि वह नशे के खिलाफ है और नशे के कारोबार को बंद करवाने के लिए किसी हद तक भी आंदोलन कर सकते हैं।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि संघ के कई पूर्व प्रचारकों ने मिलकर जनहित पार्टी का गठन किया है। इसी पार्टी के बैनर तले कल से कई जिलों में धरना प्रदर्शन शुरू होगा। जनहित पार्टी के संस्थापक अभय जैन ने बताया कि कल इंदौर में कलेक्टर तिराहे पर धरना कार्यक्रम होगा, जो परसों शाम तक जारी रहेगा। 3 मार्च को भोपाल में धरना है। हमारी मांग है कि नशे के बढ़ते व्यापार को रोका जाए और उसे सरकारी प्रोत्साहन तथा नेताओं द्वारा संरक्षण बंद किया जाए। जांच एजेंसियां क्या कर रही हैं यह सोचने का विषय है। अभी तक किसी भी एजेंसी ने तोमर के बेटे के इस वीडियो की जांच नहीं की।

धरने और ज्ञापन में इन बातों की मांग

@ मध्य प्रदेश विधानसभा के वर्तमान स्पीकर श्री नरेंद्र सिंह जी तोमर जो पूर्व में भारत सरकार के कृषि मंत्री थे, उनके बेटे के विदेशी लेनदेन एवं ड्रग्स की खेती के वायरल वीडियो की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की जाए।

@ पूरे देश में सभी प्रकार के ड्रग्स की बिक्री तुरंत बंद हो एवं इसका व्यापार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

@ पूरे देश में 5 साल में सम्पूर्ण शराब बंदी का लक्ष्य लेकर धीरे-धीरे शराब की दुकानों में कटौती की जाए।