मध्य प्रदेश में एक तरफ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का सख्त रुख और त्वरित कार्रवाई के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी और हिटलरशाही वाला रवैया थमने को नाम नहीं ले रहा है। पहले एक कलेक्टर द्वारा ट्रक ड्राइवर की औकात का पूछना, फिर एक एसडीएम की सरेराह गुंडई और उसके बाद एक एसडीएम का अपनी महिला कर्मचारी से जूते का पहनवाना और अब जावरा में एक एसडीएम ने गलियों की बौछार कर किसान को सरेआम जलील कर दिया। इतना ही नहीं एसडीएम ने ये भी कह दिया कि हम पच्चीसों गालियां देंगे। हालांकि बाद में एसडीएम अपनी बात से बदलते हुए नजर आ रहे हैं लेकिन उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि रतलाम- नीमच रेल लाइन पर ग्राम बडायला चौरासी के समीप किए जा रहे हैंI इसके लिए जावरा से गुड्स यार्ड को नौ किलोमीटर दूर बड़ायला चौरासी में शिफ्ट किया जा रहा है। रेलवे ने गुड्स यार्ड और वहां तक बनाए जाने वाले एप्रोच रोड, दोहरीकरण के लिए बड़ायला चौरासी के 27 किसानों की जमीन अधिग्रहीत की है। कार्य के दौरान किसानों व ग्रामीणों ने अधिक मुआवजा देने और अंडरपास बनाने की मांग को लेकर रेलवे का काम रोक दिया । इस पर जावरा एसडीएम अनिल भाना दल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान किसानों और एसडीएम के बीच विवाद की स्थिति बन गई। बात गाली-गलौज तक पहुंच गई। एसडीएम पर आरोप है कि उन्होंने ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज की। किसी ने इसका वीडियो बना लिया जो इंटरनेट पर तेजी से बहुप्रसारित हो रहा है।
किसान कह रहे- साहब, प्यार-मोहब्बत से बात करिए
एसडीएम अनिल भाना पहुंचे तो किसान और उनके बीच विवाद की स्थिति बन गई। विवाद का किसी ने वीडियो बना लिया जिसमें एसडीएम गालियां देते हुए सुनाई दे रहे हैं। किसान उनसे कह रहे हैं साहब, गलत शब्द मत कहो। प्यार-मोहब्बत से बात करिए। एसडीएम कहते हैं कि उनसे तमीज से रहना। मुझे जानते नहीं हो।' एक किसान से उन्होंने यह तक कहा, 'समझ नहीं आएगा, कहां जाएगा।' जमीन तो ले लेंगे। उधर, एसडीएम अनिल भाना का कहना है, उन्होंने गाली-गलौज नहीं की। उनके साथ रेलवे का भी अमला था। किसानों को समझाया तो वे अपशब्द कहने लगे। वहां गांव के सरपंच भी थे। मुआवजा भी डबल दिया जा रहा है। जो वीडियो सामने आया है, उसके पहले भी कुछ हुआ होगा।'