Rafique Khan
भारतीय संपूर्ण क्रांतिकारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह भदोरिया ने सोमवार को जबलपुर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि आज संपूर्ण देश भ्रम की स्थिति में खड़ा हुआ है। ज्यादातर लोग मत पत्रों से चुनाव चाहते हैं, लेकिन कलाकारी की वजह से सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ईवीएम को छोड़ना नहीं चाह रही है। चुनाव आयोग केंद्र सरकार की कठपुतली बना हुआ है। ईडी और सीबीआई उसके इशारों पर नाच रहे हैं। राजनीतिक पार्टियों और उनके बड़े-बड़े नेता भयभीत है। ना विचारधारा का मेल और ना ही कार्यशैली का मेल, उसके बावजूद मजबूरी में लोग अपनी पार्टियों को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में भारतीय संपूर्ण क्रांति पार्टी ने निर्णय लिया है कि वह पीड़ित परेशान और उपेक्षित आमजन की आवाज बनने का काम करेगी।
भारतीय संपूर्ण क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह भदोरिया यहां होटल अरिहंत में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा फोकस धर्म पर है और वह देश को धर्म के आधार पर बांटने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। झूठ बोल बोल कर इतिहास रच रहे हैं। चाहे 15 लाख रुपए लोगों तक पहुंचाने की बात हो या फिर भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का दावा हो, शिक्षा और स्वास्थ्य की दुर्दशा हो रही है। सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं मिल रहा है, प्राइवेट अस्पताल लूट का अड्डा बन गए हैं। शिक्षा इतनी महंगी हो गई है कि गरीबों की वहां तक पहुंच नहीं रही है। वृद्ध और असहाय लोग सुरक्षा को लेकर परेशान है। किसी तरह से यदि युवा वर्ग शिक्षित हो गया है तो उसके सामने रोजगार का संकट है। बेरोजगारों की फौज लगातार बढ़ती जा रही है। यहां तक कि जिनके अच्छे भले काम धंधे चल रहे थे, वह भी सड़क पर आ गए हैं। उनका काम धाम पूरी तरह से ठप्प हो गया है। जिस स्वराज और सुशासन का दावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ठोकते चले आ रहे हैं, वह पूरी तरह से झूठा साबित हो रहा है। भ्रष्टाचारियों को आश्रय देने के लिए खुलेआम दुकान खोली गई है। जिन बड़े-बड़े लोगों का नाम संगीन अपराधों की चार्ज शीट में शामिल रहा है, उन्हें पार्टी में सदस्यता देकर सारे पापों से, अपराधों से मुक्त किया जा रहा है। दबाव की राजनीति का बोलबाला हो रहा है और लोकतंत्र को पूरी तरह से मटिया मेट किया जा रहा है।
किसानों को कुचलना की हो रही कोशिश
श्री भदौरिया ने आगे कहा कि भाजपा के सारे बड़े नेता दंभ भरते हैं कि वह किसान के बेटे हैं, लेकिन आज देश में किसानों की क्या हालत है? यह किसी से छुपी नहीं है। किसानों को कुचलने और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को ताकतवर बनाने के लिए नए-नए कानून लाए जा रहे हैं। एमएसपी की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वर्तमान में भी किसान बुरी तरह से परेशान होकर आक्रोशित है, उद्वेलित है। इस सबके बावजूद उन पर फायरिंग की जा रही है, उनके साथ मारपीट करते हुए अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। यह सब लोकतंत्र का हिस्सा कतई नहीं कहा जा सकता है। आजादी के बाद से सरकारों के आने-जाने का क्रम चलता रहा है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने देश की सत्ता को संभाला है लेकिन इस तरह से रंगदारी और दबाव की राजनीति को कभी स्थान नहीं मिला।
प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी
जबलपुर से देवेंद्र शुक्ला, रीवा से राकेश पांडे, दमोह से राम भजन बघेल, मंडला से पोहप सिंह और शहडोल से दीपक कॉल को भारतीय संपूर्ण क्रांति पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया है।