Rafique Khan
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस शासन काल में लंबे समय केंद्रीय मंत्री रहे कमलनाथ के पार्टी बदलने पर अभी भी सस्पेंस कायम है। मीडिया तथा सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी तथा प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इस बीच जरूर यह बयान जारी किया है कि कमलनाथ भाजपा में नहीं जा रहे हैं। उनकी किसी से कोई बात भी नहीं हुई है। यह भी आरोप लगाया गया कि उनके भाजपा में जाने की पूरी अटकलें मीडिया पर ही लगाई गई है और उसी का फैलाया हुआ यह पूरा जाल है। हालांकि कमलनाथ की गतिविधियों और वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर इस मामले में अभी कुछ भी स्पष्ट मान लेना जल्दबाजी ही होगी।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को मिली करारी शिकस्त तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जीतू पटवारी की नए अध्यक्ष के रूप में ताजपोसी के बाद यह खबरें लगातार वायरल हो रही है कि कमलनाथ भारतीय जनता पार्टी में जा रहे हैं। अमित शाह तथा नरेंद्र मोदी के अलावा प्रदेश की मोहन यादव सरकार के अनेक सत्ताधीशों के साथ उनकी फोटो भी वायरल हो रहे हैं। लोग तो यह तक कह रहे हैं कि कमलनाथ के साथ करीब दो दर्जन विधायक भी बीजेपी ज्वाइन करेंगे तथा आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें उतारने को लेकर भी चर्चाएं चल रही हैं। भाजपा से संभवत: डील ना हो पाने के कारण कमलनाथ ने फिलहाल यह फैसला टाला है। इस तरह की तमाम परिस्थितियों और बातचीतों के बीच सस्पेंस पूरी तरह बरकरार है। मीडिया के प्रोएक्टिव होते हुए संक्षिप्त जवाब सामने आ रहे हैं लेकिन कमलनाथ या उनकी मौजूदगी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अभी तक पत्रकारों को आमंत्रित कर कोई भी विस्तृत खुलासा नहीं किया है।
कमलनाथ से मुलाकात के बाद मीडिया से बताया सज्जन वर्मा ने
कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों के बीच सज्जन वर्मा ने दिल्ली में कमलनाथ से मुलाकात की है और मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया है कि अभी मेरी कमलनाथ से बात हुई है वो चार्ट लेकर बैठे हुए थे कि लोकसभा चुनाव की टिकटें मध्यप्रदेश में कैसे बंटेगीं, जातिगत समीकरण क्या होंगे। उन्होंने कहा कि अभी मेरा पूरा ध्यान इस तरफ है मैं प्रदेश की 29 सीटों पर जातिगत समीकरण बिठाऊं, किन लोगों को टिकट देने से कांग्रेस मजबूत होगी। अभी मेरा मेरा इस तरह का कोई विचार ही नहीं है, न मैंने किसी से चर्चा की है। सज्जन वर्मा ने बताया कि मैंने कमलनाथ से कहा की मीडिया कह रही है कि आपने इंकार भी नहीं किया है (भाजपा में शामिल होने वाली खबरों का) तो उन्होंने कहा कि मीडिया का ही बनाया हुआ प्रश्न है तो जवाब भी वही दे। उन्होंने कहा कि मैंने तो किसी मीडिया वाले को आज तक नहीं कहा कि मैं कहां जा रहा हूं, कहां नहीं जा रहा हूं। सज्जन वर्मा ने आगे कहा कि जब तक जिस व्यक्ति के संदर्भ में बात उठती है और वो व्यक्ति जब तक अपने मुंह से कोई भी शब्द न कहे तब तक कोई भी कैसे मान सकता है मीडिया हो या आम जनता हो। मैंने जब उनसे कहा कि मीडिया ये सवाल उठा रहा है तो उन्होंने मुझसे कहा एक मीडिया वाला मेरे सामने ले आओ जिसको मैंने ऐसा कहा हो। मीडिया वाले खुद ही बात उठा रहे हैं और जवाब दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के निर्णय सार्वजनिक निर्णय होते हैं और मैं तो लंबे समय से नेहरू, गांधी परिवार से जुड़ा हुआ हूं, हमारे पारिवारिक रिश्ते हैं, राजनीतिक रिश्ते नहीं हैं।
दिग्विजय सिंह ने मीडिया से कही यह बात
ब्रेकिंग न्यूज़ के चक्कर में ना रहेंं, कमल नाथ कहीं नहीं जा रहे हैं। मेरी खुद उनसे बात हुई है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का। वे जबलपुर में उन अटकलों का जवाब दे रहे थे, जिनमें कमल नाथ या नकुल नाथ के भाजपा में जाने की संभावनाओं का जिक्र है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमल नाथ नेहरू-गांधी परिवार के साथ उस समय से जुड़े हैं, जब जनता पार्टी इंदिरा गांधी को जेल भेजने की तैयारी में रही थी।