Rafique Khan
मध्य प्रदेश के हरदा जिले में बम फैक्ट्री के धमाकों की दहशत से न सिर्फ हरदा बल्कि समूचा जिम्मेदार सिस्टम अब तक उभर नहीं पाया है। इस बीच हरदा में यहां - वहां बमों के जखीरे पड़े मिल रहे हैं। यह बम कौन इस तरह से असुरक्षित फेंक रहा है? इसका पता नहीं लग पाया है। यह बात जरूर है कि इस तरह से बम को चोरी छुपे फेंका जाना दहशत फैलाने का तो सबब बन ही रहा है, वही यह काफी खतरनाक भी हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि हरदा पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को हुए विस्फोट के बाद जिले की सभी 12 लाइसेंसी पटाखा फैक्ट्रियां सील कर दी हैं। इन फैक्ट्रियों में तैयार और अधबना सामान भी नष्ट कर दिया है। इसके बावजूद सिराली नगर परिषद के सरकारी वाहन से 5 क्विंटल से ज्यादा सुतली बम नहर किनारे आधी रात अंधेरे में फेंके गए। हरदा में रेलवे पटरी किनारे झाडिय़ों में 75 बारूद से भरी बोरियां लावारिस हालत में फेंकी गई। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर सारी फैक्ट्रियां सील होने के बाद भी बारूद का जखीरा चोरी छिपे कौन फेंक रहा है। सिराली से दीपगांव के बीच बड़ी नहर स्थित है। यहां गुरुवार रात नगर परिषद सिराली का कचरा वाहन आता दिखा। यहां मौजूद किसान ने वीडियो बना लिया। वीडियो में वाहन से करीब 5-6 क्विंटल बने हुए और बिना रंग किए सुतली बम नहर किनारे फेंके गए। बैरागढ़ से करीब 600 मीटर दूरी पर दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक है। शुक्रवार को यहां करीब 75 बोरियां ट्रैक के पास झाडिय़ों में पड़ी थीं। जिसमें बारूद, सुतली बम भरे थे।