CAA : अमित शाह बोले- लोकसभा चुनाव के पहले होगा लागू, किसी की नागरिकता नहीं छीनेगा कानून, मुस्लिम समाज को बेवजह उकसाया जा रहा - khabarupdateindia

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CAA : अमित शाह बोले- लोकसभा चुनाव के पहले होगा लागू, किसी की नागरिकता नहीं छीनेगा कानून, मुस्लिम समाज को बेवजह उकसाया जा रहा


Rafique Khan
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने CAA कानून को लोकसभा चुनाव के पहले लागू करने का ऐलान कर दिया है। CAA कानून देश भर में खास तौर से अल्पसंख्यकों के विरोध के चलते लंबे समय से रुका चला आ रहा है। अमित शाह ने अब इसको लागू करने की तारीख लोकसभा चुनाव से एक तरह से लिंक कर दी है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट कहा कि CAA कानून के लिए बेवजह भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। खासतौर से अल्पसंख्यकों मुस्लिम समुदाय को उकसाया जा रहा है। मुसलमानों के मन में यह बैठने की कोशिश हो रही है कि यह कानून उनके खिलाफ है।

शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- लोकसभा चुनाव से पहले देश में सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (CAA) लागू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि CAA देश का एक्ट है, इसे हम यकीनन नोटिफाई करेंगे। इसे लेकर कोई कंफ्यूजन नहीं होना चाहिए। अमित शाह ने शनिवार को ET नाउ-ग्लोबल बिजनेस समिट में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने CAA लागू करने का वादा किया था। जब कई देशों में अल्पसंख्यक लोगों पर अत्याचार हो रहे थे, तो कांग्रेस ने रिफ्यूजियों को भरोसा दिलाया था कि वे भारत आ सकते हैं। उन्हें यहां की नागरिकता दी जाएगी। लेकिन, अब कांग्रेस अपनी बात से मुकर रही है।

रिफ्यूजियों को नागरिकता दिलाएगा

गृह मंत्री ने कहा कि हमारे देश के अल्पसंख्यक समुदायों, खासतौर पर मुस्लिम समुदाय को उकसाया जा रहा है। CAA किसी की सिटिजनशिप नहीं छीन सकता है, क्योंकि इसमें ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं है। CAA ऐसा एक्ट है जो बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अत्याचार सह रहे रिफ्यूजियों को नागरिकता दिलाएगा।

महान राष्ट्र बनाने के एजेंडा पर चुनाव लड़ा जाएगा


गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- लोकसभा चुनाव 2024 पर: आजाद भारत का ये पहला ऐसा चुनाव होगा, जिसमें भारत को महान राष्ट्र बनाने के एजेंडा पर चुनाव लड़ा जाएगा और जनता का फैसला भी महान भारत के मुद्दे पर ही आएगा। जहां तक चुनाव के नतीजों का सवाल है, उसमें कोई सस्पेंस नहीं बचा है। जिनके सामने हमें चुनाव लड़ना है, वे भी संसद में आश्वस्त दिखते हैं कि इस बार भी उन्हें विपक्ष में ही बैठना है। भाजपा ने कभी किसी साथी को NDA से नहीं निकाला है, हमने हमेशा गठबंधन का धर्म निभाया है। हमारी विचारधारा जनसंघ की स्थापना से लेकर आज तक एक ही है और भविष्य में भी इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। ये विचारधारा जिसे भी सही लगती है, वो हमारे साथ आए तो उनका स्वागत है। श्वेत पत्र से स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस और भ्रष्टाचार दोनों एक दूसरे के पर्याय हैं।