Rafique Khan
भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय चुनाव समिति CEC की पहली बैठक गुरुवार को दिल्ली में आयोजित की जा रही है। इस बैठक में 120 से अधिक नामो की सूची फाइनल किए जाने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश के 21 सांसदों के टिकट काटने की प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी तथा अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जबलपुर में यूं तो करीब आधा दर्जन से अधिक दावेदार है, जो टिकट की लाइन में लगे हुए हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा संगठन द्वारा आशीष दुबे और महाधिवक्ता प्रशांत सिंह के नाम पर चर्चा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे शीर्ष नेता शिरकत करेंगे। बैठक में मुख्य रूप से लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम और सांसदों के रिपोर्ट कार्ड पर भी चर्चा की जाना है। कई सांसदों के टिकट काटने का भी प्रस्ताव है। दो बार से ज्यादा सांसद रह चुके नेताओं को भी बदला जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा जल्द ही नामों का ऐलान कर सकती है। वहीं इस खबरें हैं कि लोकसभा उम्मीदवारों के चयन से भाजपा एक बार फिर चौंका सकती है और मौजूदा सांसदों में से कई सांसदों के टिकट काट सकती है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा मध्यप्रदेश में अपने 28 सांसदों में से 21 के टिकट बदल सकती है। विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने 7 मौजूदा सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था, जिनमें से 5 जीत दर्ज कर विधायक बन चुके हैं तो वहीं दो चुनाव हार गए थे, जिनके टिकट कटने भी लगभग तय माने जा रहे हैं । इसके साथ ही ये भी संकेत मिल रहे हैं कि दो बार से ज्यादा बार के सांसदों के टिकट बदलकर भाजपा नए चेहरों को मैदान में उतारने की तैयारी में है। फिलहाल 14 ऐसे सांसद हैं है जो दो या बार से ज्यादा से सांसद हैं।
इनके कट सकते हैं टिकट
भोपाल- साध्वी प्रज्ञा ठाकुर
इंदौर- शंकर लालवानी
मंदसौर- सुधीर गुप्ता
खरगोन- गजेन्द्र सिंह पटेल
धार- छतर सिंह दरबार
मंडला- फग्गन सिंह कुलस्ते
ग्वालियर- विवेक शेजवलकर
सतना- गणेश सिंह
रीवा- जनार्दन मिश्रा
सागर- राजबहादुर सिंह
बालाघाट- ढाल सिंह बिसेन
विदिशा- रमाकांत भार्गव