Rafique Khan
अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत करने पहुंची साध्वी रितंभरा और उमा भारती जब आपस में मिली तो भावुक हो गई। दोनों गले मिलकर काफी देर तक आंसू बहाते रही। दोनों ने राम मंदिर निर्माण के लिए किए गए अपने प्रयासों को साझा किया तथा अन्य संस्मरणों पर भी चर्चा करती रही। दोनों ने आपस में यह भी कहा कि राम मंदिर निर्माण का सपना आज साकार हो गया है। गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी गई है।
साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती को राम मंदिर आंदोलन की नायिकाओं के रूप में गिना जाता है। 90 के दशक में जब राम मंदिर आंदोलन को तेज करने की रणनीति तैयार हुई तो उसमें महिलाओं को जोड़ने की जिम्मेदारी को दोनों महिला साध्वियों ने उठाई थी। उत्तर प्रदेश का अयोध्या धाम आज राममय है। देशभर से बड़ी संख्या में लोग अयोध्या पहुंचे हैं। फिल्म, उद्योग, खेल, राजनीति और संस्कृति से लेकर तमाम क्षेत्रों की हस्तियां इस कार्यक्रम में मौजूद हैं। राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाले लोगों की भी यहां मौजूदगी हुई है। राम के मुद्दे को घर-घर तक पहुंचने में दोनों की बड़ी भूमिका थी। आज जब दोनों अपने उसे आंदोलन को साकार रूप लेते हुए दिखाई तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। यह आंसू उस संघर्ष के परिणाम की कहानी को कहते हैं, जिसे रामभक्तों के जरिए पूरा कराया गया।