Rafique Khan
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रद्धालुओं ने जी भरकर दान किया है। अकेले लाखी परिवार ने 101 किलो सोना भेंट कर सर्वाधिक दान करने वालों में अपना नाम दर्ज करवा लिया है। राम मंदिर में 14 सोने के दरवाजे लगाए गए हैं तथा और भी कई चीजों पर सोने का पालिश किया गया है। रामलला के गर्भ ग्रह से लेकर बाहर तक आकर्षण के लिए पूरी कोशिश की गई है।
जानकारी के मुताबिक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राजा से लेकर रंक तक ने दान दिया है। किसी ने भगवान राम के लिए पैसे तो किसी ने छप्पन भोग बनाकर भेजा है। ऐसे में राम मंदिर को मिलने वाले दान को लेकर आम लोगों में बड़ी उत्सुकता है। भगवान राज 500 साल के बाद अपने महल में विराजे हैं। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए सूरत के हीरा व्यापारी लाखी परिवार ने 101 किलो सोना दान किया है। सूरत के बड़े हीरे कारोबारियों में से एक दिलीप कुमार वी. लाखी के परिवार के दान किए 101 किलो सोने से ही मंदिर के दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाया जा रहा है। इसके साथ ही यह दान राम मंदिर ट्रस्ट को अब तक मिला सबसे बड़ा दान है। 101 किलो सोने का उपयोग राम मंदिर के दरवाजे, गर्भगृह, त्रिशूल, डमरू और स्तंभों को चमकाने के लिए किया जा रहा है। गर्भगृह के द्वार के साथ-साथ मंदिर के भूतल पर 14 स्वर्ण द्वार स्थापित किए गए हैं। वर्तमान में सोने की कीमत करीब 68 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम है। इस तरह से देखा जाए तो एक किलो सोने की कीमत करीब 68 करोड़ रुपए हुई और कुल 101 किलो सोने की कीमत करीब 68 करोड़ रुपए हुई।
मोरारी बापू ने दिया है 11 करोड़ा का चंदा
राम मंदिर को दान देने के मामले में कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू का नाम सबसे आगे है। उन्होंने राम मंदिर के लिए 11.3 करोड़ रुपये का दान दिया है। अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में बैठे उनके रामभक्त अनुयायियों ने भी अलग से 8 करोड़ रुपये का दान दिया है। वहीं, राम मंदिर निर्माण के लिए गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपये का दान दिया है।