Rafique Khan
आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी के अंतर्गत आने वाली तहसील शहपुरा में बतौर एसडीएम पदस्थ निशा नापित शर्मा की संदिग्ध मौत का खुलासा आईजी बालाघाट ने सोमवार की शाम पत्रकारों से चर्चा करते हुए कर दिया है। आईजी ने बताया कि एसडीएम निशा का मर्डर उसके ही बेरोजगार पति मनीष शर्मा ने तकिए से मुंह तथा गला दबाकर किया। इसके बाद पति ने अपने को निर्दोष साबित करने के लिए हथकंडे अपनाए, साक्षय मिटाने की कोशिश की और तबीयत खराब होने का बहाना करते हुए अस्पताल में भर्ती होने का सहारा लिया। बड़ी बहन नीलिमा नापित ने पहले ही सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी एसडीएम बहन निशा की मौत सामान्य नहीं है। वह अपने बेरोजगार पति के द्वारा दी जाने वाली शारीरिक, मानसिक तथा आर्थिक शोषण से लगातार परेशान थी। उनके बेरोजगार तथा लालची पति ने ही निशा की हत्या की है और अब अस्पताल में भर्ती होकर तबीयत खराब होने का बहाना कर रहा है। जिस वक्त एसडीएम की मौत का खुलासा जानकारी देकर उसके पति ने किया था, उसके करीब 5 से 7 घंटे पहले ही निशा की मौत हो चुकी थी।
घटना के संबंध में खुलासा करते हुए बालाघाट रेंज आईजी मुकेश श्रीवास्तव और एसपी अखिल पटेल का कहना है कि पुलिस ने 24 घंटे में इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा किया है। मृतका निशा नापित के पति मनीष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पत्नी की हत्या करने के बाद आरोपी ने सबूत मिटाने की कोशिश भी की थी। मनीष शर्मा न खून से सने कपड़े वॉशिंग मशीन में धोकर सुखा दिए थे। हत्या को हार्ट अटैक बताने के लिए आरोपी खुद अपनी मृत पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचा था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। पुलिस पूछताछ के अनुसार आरोपी मनीष शर्मा ग्वालियर में रहता है। 2020 में दोनों की मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दोनों ने गायत्री मंदिर में शादी की थी। शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच विवाद होने लगे। जानकारी के अनुसार, निशा ने अपनी सर्विस बुक और पैसों के लिए नॉमिन अपने पति की जगह अपनी बहन को बनाया था। हालांकि विवाद के बीच भी मनीष, निशा से मिलने के लिए उसके घर आता था। रविवार को भी मनीष, निशा से मिलने आया था। मनीष सर्विस बुक और नॉमिन में अपना नाम दर्ज करवाने पर अड़ा था, जिससे निशा ने इंकार किया था। इसी बात पर शुरु हुए विवाद में आरोपी ने तकिया से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी।
मंडला एसपी से भी शिकायत की थी
बताया जाता है कि एसडीएम की बड़ी बहन छत्तीसगढ़ निवासी सरकारी अफसर नीलिमा नापित ने मीडिया को दिए बयान में बताया कि वर्ष 2020 में निशा की ग्वालियर निवासी मनीष शर्मा से शादी हुई थी और वह नियमित आना-जाना नहीं करता था। बीच-बीच में आता था और शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। वह हमेशा कहता था कि पैसा चाहिए। वह ग्वालियर का रहने वाला है और बेरोजगार है। उसका कहना था कि मुझे पैसा दो और मेरा नाम नॉमिनी में डालो। इस बात को लेकर पति हमेशा दबाव बनाता रहता था। सलाह भी दी कि उसे दूर रहो लेकिन वह अपना घर गृहस्थी आम लोगों की तरह ही चलाना चाहती थी। इस कारण मिलना जुलना शुरू हो जाता था। दो-तीन दिन बाद फिर लड़ाई झगड़ा हो वही पैसा चाहिए की बात होने लगती थी। पैसे के लिए पति निशा को काफी परेशान करता था। पूर्व में परेशान होकर मंडला एसपी से भी शिकायत की थी, जिस पर उन्हें समझाया गया था कि आपस में बैठकर समझौता कर लो। अभी शिकायत मत करो।
लंग्स खराब होने की बात सरासर झूठ
जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि एसडीएम के लंग्स खराब होने की बात सरासर झूठ है। आम लोगों की तरह उसे भी सर्दी जुकाम होता था। एसडीएम की बड़ी बहन नीलिमा ने इस मामले की न्यायिक और सही तरीके से जांच की मांग की है। जांच के बाद जो भी इसमें दोषी पाया जाता है, उसे कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की भी मांग की गई है। उन्होंने बताया कि बंगले के अंदर रखी बेडशीट धो दी गई है और वहां से हटा दी गई है। एसडीएम ने जो कपड़े पहने थे, वह भी मशीन में पाए गए। साथ ही तकिया भी मशीन में ही मिला। सब कुछ साफ करने के बाद ही एसडीएम को अस्पताल ले जाया गया है।
आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी के अंतर्गत आने वाली तहसील शहपुरा में बतौर एसडीएम पदस्थ निशा नापित शर्मा की संदिग्ध मौत का खुलासा आईजी बालाघाट ने सोमवार की शाम पत्रकारों से चर्चा करते हुए कर दिया है। आईजी ने बताया कि एसडीएम निशा का मर्डर उसके ही बेरोजगार पति मनीष शर्मा ने तकिए से मुंह तथा गला दबाकर किया। इसके बाद पति ने अपने को निर्दोष साबित करने के लिए हथकंडे अपनाए, साक्षय मिटाने की कोशिश की और तबीयत खराब होने का बहाना करते हुए अस्पताल में भर्ती होने का सहारा लिया। बड़ी बहन नीलिमा नापित ने पहले ही सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी एसडीएम बहन निशा की मौत सामान्य नहीं है। वह अपने बेरोजगार पति के द्वारा दी जाने वाली शारीरिक, मानसिक तथा आर्थिक शोषण से लगातार परेशान थी। उनके बेरोजगार तथा लालची पति ने ही निशा की हत्या की है और अब अस्पताल में भर्ती होकर तबीयत खराब होने का बहाना कर रहा है। जिस वक्त एसडीएम की मौत का खुलासा जानकारी देकर उसके पति ने किया था, उसके करीब 5 से 7 घंटे पहले ही निशा की मौत हो चुकी थी।
घटना के संबंध में खुलासा करते हुए बालाघाट रेंज आईजी मुकेश श्रीवास्तव और एसपी अखिल पटेल का कहना है कि पुलिस ने 24 घंटे में इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा किया है। मृतका निशा नापित के पति मनीष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पत्नी की हत्या करने के बाद आरोपी ने सबूत मिटाने की कोशिश भी की थी। मनीष शर्मा न खून से सने कपड़े वॉशिंग मशीन में धोकर सुखा दिए थे। हत्या को हार्ट अटैक बताने के लिए आरोपी खुद अपनी मृत पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचा था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। पुलिस पूछताछ के अनुसार आरोपी मनीष शर्मा ग्वालियर में रहता है। 2020 में दोनों की मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दोनों ने गायत्री मंदिर में शादी की थी। शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच विवाद होने लगे। जानकारी के अनुसार, निशा ने अपनी सर्विस बुक और पैसों के लिए नॉमिन अपने पति की जगह अपनी बहन को बनाया था। हालांकि विवाद के बीच भी मनीष, निशा से मिलने के लिए उसके घर आता था। रविवार को भी मनीष, निशा से मिलने आया था। मनीष सर्विस बुक और नॉमिन में अपना नाम दर्ज करवाने पर अड़ा था, जिससे निशा ने इंकार किया था। इसी बात पर शुरु हुए विवाद में आरोपी ने तकिया से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी।
मंडला एसपी से भी शिकायत की थी
बताया जाता है कि एसडीएम की बड़ी बहन छत्तीसगढ़ निवासी सरकारी अफसर नीलिमा नापित ने मीडिया को दिए बयान में बताया कि वर्ष 2020 में निशा की ग्वालियर निवासी मनीष शर्मा से शादी हुई थी और वह नियमित आना-जाना नहीं करता था। बीच-बीच में आता था और शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। वह हमेशा कहता था कि पैसा चाहिए। वह ग्वालियर का रहने वाला है और बेरोजगार है। उसका कहना था कि मुझे पैसा दो और मेरा नाम नॉमिनी में डालो। इस बात को लेकर पति हमेशा दबाव बनाता रहता था। सलाह भी दी कि उसे दूर रहो लेकिन वह अपना घर गृहस्थी आम लोगों की तरह ही चलाना चाहती थी। इस कारण मिलना जुलना शुरू हो जाता था। दो-तीन दिन बाद फिर लड़ाई झगड़ा हो वही पैसा चाहिए की बात होने लगती थी। पैसे के लिए पति निशा को काफी परेशान करता था। पूर्व में परेशान होकर मंडला एसपी से भी शिकायत की थी, जिस पर उन्हें समझाया गया था कि आपस में बैठकर समझौता कर लो। अभी शिकायत मत करो।
लंग्स खराब होने की बात सरासर झूठ
जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि एसडीएम के लंग्स खराब होने की बात सरासर झूठ है। आम लोगों की तरह उसे भी सर्दी जुकाम होता था। एसडीएम की बड़ी बहन नीलिमा ने इस मामले की न्यायिक और सही तरीके से जांच की मांग की है। जांच के बाद जो भी इसमें दोषी पाया जाता है, उसे कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की भी मांग की गई है। उन्होंने बताया कि बंगले के अंदर रखी बेडशीट धो दी गई है और वहां से हटा दी गई है। एसडीएम ने जो कपड़े पहने थे, वह भी मशीन में पाए गए। साथ ही तकिया भी मशीन में ही मिला। सब कुछ साफ करने के बाद ही एसडीएम को अस्पताल ले जाया गया है।