Rafique Khan
मध्य प्रदेश की एक नगर पालिका परिषद के मुख्य नगर पालिका परिषद अधिकारी ने बैठक के दौरान गजल क्या पढ़ दी, बवाल मच गया। उनके द्वारा पेश की गई ग़ज़ल से भारतीय जनता पार्टी आक्रामक रूप में आ गई है और सीएमओ को फौरन हटाने की मांग करते हुए प्रदेश सरकार को एक पत्र भी लिख डाला है। उधर कांग्रेस ने कहा कि दरअसल ये सरकारी व्यवस्था पर तंज है। सीएमओ ने दुष्यंत कुमार की मशहूर गजल को दिल्ली की जगह परिषद जोड़कर पेश किया था। इतना ही नहीं अफसर ने बैठक का यह वीडियो अपने सोशल मीडिया स्टेटस पर भी लगा लिया था।
बताया जाता है कि यह मामला नर्मदापुरम नगर पालिका परिषद का है। जहां नगर पालिका परिषद के सीएमओ सरकार की व्यवस्था पर ही सवाल उठाते नजर आए. दरअसल दुष्यंत कुमार की एक ग़जल जो सरकार पर निशाना लगाने के लिए लिखी गई थी1 दरअसल, नगर पालिका परिषद की बैठक में सीएमओ नवनीत पांडे ने दुष्यंत कुमार की गजल के शेर पढ़े, जिसका वीडियो फिर उन्होंने Whatsapp Status पर भी शेयर कियाl यह गजल व्यवस्था के खिलाफ मशहूर कवि दुष्यंत कुमार ने लिखी थी. वीडियो में सीएमओ पांडे गजल पढ़ रहे हैं1
"भूख है तो सब्र कर रोटी नहीं तो क्या हुआ
आजकल दिल्ली में है ज़ेर-ए-बहस ये मुद्दआ ।
मौत ने तो धर दबोचा एक चीते कि तरह
ज़िंदगी ने जब छुआ तो फ़ासला रखकर छुआ ।
गिड़गिड़ाने का यहां कोई असर होता नही
पेट भरकर गालियां दो, आह भरकर बददुआ ।
क्या वज़ह है प्यास ज्यादा तेज़ लगती है यहाँ
लोग कहते हैं कि पहले इस जगह पर था कुँआ ।
आप दस्ताने पहनकर छू रहे हैं आग को
आप के भी ख़ून का रंग हो गया है साँवला ।
इस अंगीठी तक गली से कुछ हवा आने तो दो
जब तलक खिलते नहीं ये कोयले देंगे धुँआ।"