Rafique Khan
मध्य प्रदेश शासन के ग्रामीण एवं पंचायत विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने हाल ही में शासन द्वारा पदस्थ किए गए अपने ओएसडी को बैरंग वापस लौटा दिया है। प्रहलाद पटेल भाजपा के दिग्गज नेता है तथा अपनी बेबाकी और साफगोई के लिए अलग पहचान रखते हैं। उन्होंने अपनी पहचान को कायम रखा और जैसे ही नव पदस्थ ओएसडी के भ्रष्टाचार के किस्से सामने आए उन्होंने अपना फैसला लेने में जरा भी देर नहीं की। इस ओएसडी की नियुक्ति करने वाले अफसरो में भी फिलहाल हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने अपने ओएसडी को लौटा दिया। दरअसल, मंत्री पटेल की निजी पदस्थापना में श्रम पदाधिकारी धर्मदीप भगत को ओएसडी बनाया गया था। भगत के खिलाफ लोकायुक्त जांचें लंबित होने की खबरों के बाद पंचायत मंत्री ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा- 'श्रम मंत्रालय भोपाल ने जिन महानुभाव को मेरे साथ अस्थायी तौर पर अटैच किया था, उन पर लोकायुक्त जांच के समाचार के बाद यह पुनः अस्थायी व्यवस्था की गई है। लेकिन मेरा स्पष्ट मत है कि विभाग के प्रमुख जिम्मेदारी लेकर स्क्रीनिंग करें, ताकि स्थायी या अस्थायी व्यवस्था पूर्णतः निर्दोष रहे।'