Rafique Khan
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित बालिका गृह से लापता हुई सभी लड़कियां सुरक्षित पुलिस ने बरामद कर ली है। यह सभी लड़कियां भोपाल के विभिन्न इलाकों में मिली। दो लड़कियों को रायसेन से लाया गया है। पुलिस के अनुसार 13 बच्चियां अयोध्या बस्ती, 10 आदमपुर छावनी से जबकि दो बच्चियों को रूपनगर क्रेशर एरिया में बरामद किया गया है। दो बच्चियों को रायसेन से बरामद किया गया है। बालिका गृह से लापता हुई बच्चियों की खबर जैसे ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को मिली, उन्होंने पुलिस अफसर से बात की और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीएम के निर्देश के बाद जहां एक तरफ पुलिस ताबड़तोड़ तरीके से तलाश में जुटी, वहीं प्राथमिक तौर पर लापरवाह पाए गए तीन अफसरो को सस्पेंड कर दिया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि शनिवार सुबह उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब आंचल नाम के एक बाल गृह से 27 बच्चियों के लापता होने की खबर सामने आई। दरअसल, राष्ट्रीय और राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम इस बाल गृह में पहुंची थी। वहां पर दर्ज 68 बच्चियों में से 27 गायब मिली थी। इसके बाद राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो की शिकायत पर भोपाल के पास परवलिया पुलिस ने हॉस्टल संचालक और पदाधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीर राणा को भी इस मामले में जांच कर 7 दिन में रिपोर्ट मांगी है। वहीं, भोपाल कलेक्टर, SP, जिला पंचायत सीईओ ने भी इसी बाल गृह का निरीक्षण किया।
गायब लड़कियों का मन नहीं लग रहा था
बताया जाता है कि बाल गृह में नाम दर्ज करने के बाद 27 गायब लड़कियों का मन नहीं लग रहा था, इसलिए वे चली गई थी। पुलिस अभी मामले की और जांच कर रही है। वहीं, बाल संरक्षण आयोग के पदाधिकारी ने आरोप लगाया है कि अवैध रूप से यह बाल गृह संचालित किया जा रहा था, जहां पर किशोरियों के साथ किसी प्रकार के यौन उत्पीड़न और अपराध संबंधी कोई मामला सामने आ सकता है। मामले में लापरवाही बरतने वाले महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी कोमल उपाध्याय, सुपरवाइजर मंजूषा राज, महिला एवं बाल विकास विभाग गंज बासौदा की परियोजना अधिकारी बृजेंद्र प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।
बाल आयोग के सदस्यों ने किया था निरीक्षण
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों ने आंचल मिशनरी संस्था द्वारा संचालित चिल्ड्रन होम का निरीक्षण किया था। यहां के संचालक अनिल मैथ्यू से पूछताछ करने के बाद में किशोरियों के गायब होने की जानकारी सामने आई थी। यहां आयोग की टीम को जो लड़कियां मिली वह छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड और मध्य प्रदेश राजस्थान की रहने वाली है। पुलिस ने जिन किशोरियों को रेस्क्यू किया है, उनमें 6 से 18 साल की बच्चियों शामिल हैं इनमें 21 हिंदू, तीन मुस्लिम और तीन ईसाई हैं।