भोपाल के बालिका गृह से 27 लड़कियां गायब, कराई जा रही थी ईसाई धर्म की प्रैक्टिस, पुलिस ने दर्ज की FIR, बाल आयोग भी अलर्ट मोड पर - khabarupdateindia

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भोपाल के बालिका गृह से 27 लड़कियां गायब, कराई जा रही थी ईसाई धर्म की प्रैक्टिस, पुलिस ने दर्ज की FIR, बाल आयोग भी अलर्ट मोड पर



Rafique Khan


मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के तारासेवनिया में स्थित एक बालिका गृह से 27 लड़कियां गायब हो गई। यह राज मध्य प्रदेश बाल आयोग की टीम द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान खुला। निरीक्षण में यह भी पाया गया कि बालिका गृह पूरी तरह अवैध रूप से संचालित हो रहा है तथा यहां ईसाई धर्म की प्रैक्टिस कराई जा रही है। मामले की सूचना बाल आयोग ने तत्काल राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को दी गई, जिस पर दिल्ली से अध्यक्ष प्रियंका कानून को द्वारा मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा को पत्र लिखकर अवगत कराया तथा कार्रवाई के निर्देश दिए। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है तथा जांच पड़ताल जारी है। आयोग भी अलर्ट मोड पर है तथा मिशनरी द्वारा संचालित बालिका गृह की छानबीन में जुटा हुआ है।


जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि अवैध बालिका गृह में गुजरात, झारखंड, राजस्थान, के अलावा मध्यप्रदेश के सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के बच्चों को रखा गया था। बालिका गृह में 68 बच्चियों के रहने की एंट्री थी और मात्र 41 बच्चियां ही मिली।जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर लिखा- कल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के तारासेवनिया में राज्य बाल आयोग अध्यक्ष व सदस्यों के साथ संयुक्त रूप से एक मिशनरी द्वारा संचालित अवैध बाल गृह का निरीक्षण किया। यहाँ की संचालक NGO हाल तक सरकारी एजेन्सी की तरह चाइल्ड लाइन पार्ट्नर के रूप में कार्यरत रही है,एवं इसने सरकारी प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए जो बच्चे सड़कों से रेस्क्यू किए उनको बग़ैर सरकार को सूचना दिए बिना लाईसेंस चलाए जा रहे स्वयं के इस बाल गृह में गुपचुप ढंग से रख कर उनसे ईसाई धार्मिक प्रैक्टिस करवाई जा रही हैं।

6 साल से 18 साल तक की 40 से ज़्यादा लड़कियां

जानकारी के मुताबिक 6 साल से 18 साल तक की 40 से ज़्यादा लड़कियों में अधिकांश हिंदू हैं। बताया जाता है कि मध्यप्रदेश के महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी ऐसी ही NGO’s से चाइल्ड हेल्पलाइन ठेके पर चलवाना चाहते हैं। मुख्य सचिव को पृथक से नोटिस जारी किया है। राज्य बाल आयोग की सदस्य डा. निवेदिता शर्मा ने अधीक्षक अनिल मैथ्यू, साथी निशा तिरकी, नमिता व अन्य द्वारा मतांतरण कराए जाने की शंका जाहिर की है।