आधी रात को तांडव, महिला को नग्न कर पूरे गांव में घुमाया, बिजली के खंभे से बांधकर चप्पल-जूते से बुरी तरह पीटा, सब देखते रहे, किसी ने नहीं बचाया - khabarupdateindia

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आधी रात को तांडव, महिला को नग्न कर पूरे गांव में घुमाया, बिजली के खंभे से बांधकर चप्पल-जूते से बुरी तरह पीटा, सब देखते रहे, किसी ने नहीं बचाया



Rafique Khan


कितना खौफनाक रहा होगा वह मंजर! जब एक महिला के घर पर आधी रात को करीब दो दर्जन लोग हमला बोलते हैं। मारपीट करते हैं और फिर उसे घसीटते हुए घर के बाहर ले आते हैं। महिला ही क्या, घर में मौजूद सभी लोग बुरी तरह चीखते-पुकारते हैं। पांव पकड़ कर बख्श देने की गुहार करते हैं लेकिन कोई नहीं सुनता है। महिला के एक-एक कर सारे कपड़े खींच-खींच कर फाड़ दिए जाते हैं। उसे पूरी तरह निर्वस्त्र कर, गांव में घुमाया जाता है। फिर इसी निर्वस्त्र हालत में महिला को गांव के ही एक बिजली के खंभे से बांध दिया जाता है। महिला बुरी तरह रोती है। शर्म के मारे वह जिंदा लाश बन जाती है लेकिन सभी लोग वहां शैतानियत की हर सीमा को लांघ जाने के लिए बेताब लगते हैं। चप्पल-जूते से घंटों बुरी तरह पीट कर तांडव किया जाता है। यह सब होता रहा पर जो लोग वर्षों बरस से इस गांव में साथ रहते चले आए, उनमें से भी कोई माई का लाल बचाने के लिए आगे नहीं आया।


दरअसल यह मामला कर्नाटक के बेलगावी जिला अंतर्गत वंटामुरी गांव का है, जहां उक्त घटना की शिकार महिला (सीमा बदला हुआ नाम है) का 22 वर्षीय बेटा एक लड़की के साथ कहीं चला गया। युवक युवती का चला जाना लड़की के परिवार जनों को इतना ना गवार गुजरा कि उन्होंने उक्त घटना को अंजाम दे दिया। 12 दिसंबर 2023 की रात घटित इस घटना में जहां 50 से अधिक आरोपी रहे तो वहीं 400 से ज्यादा तमाशबीन। घटना तो वैसे भी दब जाती लेकिन राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग तक यह जानकारी पहुंच गई, जिसे संज्ञान में लेते हुए टीम ने गांव पहुंचकर गहरी पड़ताल की। यह पूरा वाक्या पीड़ित महिला की 90 वर्षीय सास ने रो-रो कर सुनाया। बूढ़ी सास जितनी अधिक तांडव करने वाले लोगों से खफा थी, उससे कहीं ज्यादा इंसानियत को शर्मसार होते देखने वाले चश्मदीदों को कोस रही थी।

घर के आसपास खड़े कुछ लोग तो हंस रहे थे

जानकारी के मुताबिक बूढ़ी सास ने जैसा मानव अधिकार आयोग टीम को बताया कि रात के 2 बजे थे। 30-40 लोग मेरे घर में घुस आए। उनके पास डंडे, रॉड, धारदार हथियार और पिस्टल थीं। इन लोगों ने पहले घर में तोड़फोड़ की, फिर 42 साल की सीमा से मारपीट शुरू कर दी। (सीमा बदला हुआ नाम है) बहू को घसीटते हुए बाहर ले गए। मैंने उनके पैर पकड़े, घर के आसपास खड़े लोगों से बचाने की गुहार लगाई, लेकिन कोई आगे नहीं आया। कुछ लोग तो हंस रहे थे। उन्होंने बहू के सारे कपड़े फाड़ दिए। बिना कपड़ों के उसे गांव में घुमाया। फिर एक खंभे से बांध दिया। वे बहू को पीटते रहे। देखने के लिए पूरे गांव के लोग खड़े थे, बचाने वाला कोई नहीं था। वंटामुरी गांव में घर के बाहर बैठीं 90 साल की यह बुजुर्ग महिला आपबीती बताते हुए रोने लगती हैं।

कुछ लोग तो वीडियो बनाते रहे

कहा जाता है कि जिस महिला (सीमा बदला हुआ नाम है) को पीटा गया, आरोप है कि उसका 22 साल का बेटा डुंडप्पा अशोक नाइक गाँव में रहने वाली प्रियंका बसप्पा नाइक के साथ भाग गया था। दोनों के बीच पहले से प्रेम सम्बन्ध था लेकिन प्रियंका के परिवार वालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी थी। यह घटना 10-11 दिसम्बर की रात की बताई जा रही है। जिस दिन प्रियंका और अशोक ने यह कदम उठाया, उसी दिन प्रियंका की शादी थी। इस बात से गुस्सा होकर प्रियंका के परिजनों ने रात में इसी गुस्से में 12 दिसंबर, 2023 की रात महिला के घर पर हमला कर दिया। गांव के 400 से ज्यादा लोग घटना के वक्त मौजूद थे, लेकिन किसी ने महिला को बचाया नहीं। कुछ लोग तो वीडियो बनाते रहे। 29 दिसंबर को केस की जांच के लिए नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन यानी NHRC की टीम गांव में दुबारा आई थी। हालांकि, गांव के लोग गवाही के लिए तैयार नहीं हैं। NHRC के एक अधिकारी बताते हैं कि ज्यादातर लोग कह रहे हैं कि हम घटना वाले दिन गांव में नहीं थे। जो थे, वे भी रात में सोने की बात कहकर पीछा छुड़ा रहे हैं।

बीच-बचाव करने आई 90 साल की सास को भी पीटा

कहा जाता है कि सीमा को पीट रहे लोगों ने उसकी साड़ी खींचकर फेंक दी। बीच-बचाव करने आई 90 साल की सास को भी पीटा। इसके बाद बाल पकड़कर खींचते हुए सीमा को घर के बाहर ले आए। शोरगुल सुनकर तब तक करीब 400 लोग जुट चुके थे। मारपीट करने वाले सीमा को घसीटते हुए 100 मीटर दूर ले गए, फिर बिजली के एक खंभे से बांध दिया। यहां भी सीमा को पीटा, उसके बाल खींचे। पिटाई से सीमा बेहोश हो गई। इस दौरान गांव के कुछ लोग वीडियो बनाते रहे। इसी दौरान किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। करीब एक घंटे बाद पुलिस आई और बेहोश हो चुकी सीमा को हॉस्पिटल पहुंचाया। पुलिस ने गांव के ज्यादातर लोगों के मोबाइल से वीडियो डिलीट करा दिए। सिर्फ एविडेंस के लिए कुछ वीडियो अपने पास रखे।