{प्रतीकात्मक}
Rafique Khan
मानव तस्करी के संदेह पर शुक्रवार को फ्रांस में एक सिविलियन एयरक्राफ्ट को रोक लिया गया। इस एयरक्राफ्ट में 303 भारतीय यात्री सवार है। एयरक्राफ्ट ने दुबई एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और निकारागुआ के लिए जा रहा था। मानव तस्करी के संदेह पर पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है। यह कार्रवाई एक गोपनीय सूचना के आधार पर की गई है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि फ्लाइट फ्यूल के लिए फ्रांस के एक छोटे एयरपोर्ट वाट्री पर रुका था। पुलिस को इसी दौरान जानकारी मिली कि इसमें मौजूद भारतीय नागरिक मानव तस्करी का शिकार बनने जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने इस एयरक्राफ्ट को रोक लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेरिस पुलिस ने इस एयरक्राफ्ट को रोके जाने की पुष्टि की है। इसके मुताबिक- एक सीक्रेट इन्फॉर्मेशन मिली थी। इसके बाद हमने फैसला किया कि इस एयरक्राफ्ट में मौजूद 303 लोग ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार बन सकते हैं। हमारी टीम ने एयरक्राफ्ट को पूरी जांच होने तक रोकने का फैसला किया। प्लेन ने दुबई से टेकऑफ किया था और यह निकारागुआ के किसी हिस्से में उतरने वाला था। अब फ्रांस की इंटेलिजेंस एजेंसी और पुलिस मिलकर मामले की जांच कर रही हैं।
एयरक्राफ्ट रोमानिया की चार्टर कंपनी का
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि जिस एयरक्राफ्ट को पुलिस ने रोका है, वो रोमानिया की चार्टर कंपनी का है। वाट्री एयरपोर्ट पर फ्यूल और टेक्निकल मेंटेनेंस के लिए इसका उतरना पहले से तय था। लैंडिंग के कुछ देर बाद ही पुलिस की कई गाड़ियां यहां पहुंचीं और एयरक्राफ्ट को कब्जे में ले लिया। फ्रांस की एंटी ऑर्गनाइज्ड क्राइम यूनिट को इस मामले की जांच सौंपी गई है। पुलिस के मुताबिक- यह A340 एयरक्राफ्ट है। रोमानिया की लीजेंड एयरलाइंस ने इस प्लेन को कुछ लोगों के लिए बुक किया था। शक है कि इन भारतीयों को सेंट्रल अमेरिका में किसी जगह ले जाया जाना था। यह भी मुमकिन है कि इनमें से कुछ लोग कनाडा जाना चाहते हों। पैसेंजर्स को रिसेप्शन हॉल में रखा गया है।