Rafique Khan
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को हटाकर नए मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव की सोमवार को अधिकृत घोषणा कर दी गई। मोहन यादव का नाम 6 दिसंबर की रात दिल्ली में तय हो गया था और पूरी स्क्रिप्ट भी लिख दी गई थी। सस्पेंस के बीच चल रही तमाम उठा पटक का फाइनल सोमवार को राजधानी भोपाल में हुआ। जिसमें प्रबल दावेदार प्रहलाद सिंह पटेल से लेकर नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गी तक सभी ने काफी जोर आजमाइश की लेकिन तय स्क्रिप्ट को कोई रोक नहीं पाया। मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव 13 दिसंबर को राजधानी के लाल परेड मैदान में शपथ लेंगे।
गौरतलब है की खबर अपडेट india.com पर 8 दिसंबर की एक खबर में इस बात को स्पष्ट रूप से कहा गया था कि मध्य प्रदेश समेत छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री को अंतिम रूप दे दिया गया है। सभी के नाम तय है और पार्टी के जितने दिग्गज है सभी को अपनी बात रखने का भरपूर मौका दिया जाएगा। तीनों राज्यों में अपनी अपनी दावेदारी के साथ काफी जोर आजमाइश की। दिल्ली तक दौड़ लगाई और अप्रोच के जरिए अपने को पावरफुल बनाने की कोशिश की लेकिन पार्टी की निर्धारित नीति के तहत यह सब बे असर रहा। दो डिप्टी सीएम के रूप में रीवा के राजेंद्र शुक्ला तथा जगदीश देवड़ा को स्थान दिया गया है। नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा के अध्यक्ष होंगे।जबकि बाकी दिग्गजों के लिए कैबिनेट में स्थान मिलेगा या नहीं इस पर 13 दिसंबर तक सस्पेंस रहने की संभावना है।
शिवराज से कराया गया मोहन के नाम का प्रस्ताव
मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव होंगे। मोहन यादव के नाम का ऐलान विधायक दल की बैठक के बाद कर दिया गया है। मोहन यादव मध्यप्रदेश की उज्जैन जिले की उज्जैन दक्षिण विधानसभा से विधायक हैं और शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी थे। 58 साल के मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव बीजेपी विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने रखा जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया और फिर मोहन यादव के नाम का ऐलान मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के तौर पर किया गया।
राजेंद्र और जगदीश होंगे मोहन के सारथी
मोहन यादव, मुख्यमंत्री मप्र.- मोहन यादव तीसरी बार के विधायक हैं, वो सबसे पहले 2013 फिर साल 2018 और 2023 में विधायक बने। मोहन यादव को संघ व पीएम मोदी व अमित शाह का खास माना जाता है।
राजेन्द्र शुक्ला, डिप्टी सीएम - रीवा विधानसभा सीट से विधायक और शिवराज सरकार में मंत्री रहे राजेन्द्र शुक्ला को मध्यप्रदेश का डिप्टी सीएम बनाया गया है।
जगदीश देवड़ा, डिप्टी सीएम- मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर विधायक बने हैं और मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में वित्त मंत्री रहे हैं।
मोहन यादव की प्रोफाइल पर एक नजर
सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष. सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख. सन् 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री तथा सन् 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री. सन् 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खण्ड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह एवं 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह. सन् 1997 में भा.ज.यु.मो. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य. सन् 1998 में पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य. सन् 1999 में भा.ज.यु.मो. के उज्जैन संभाग प्रभारी, सन् 2000-2003 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की कार्य परिषद के सदस्य. सन् 2000-2003 में भा.ज.पा. के नगर जिला महामंत्री एवं सन् 2004 में भा.ज.पा. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य, सन् 2004 में सिंहस्थ, मध्यप्रदेश की केन्द्रीय समिति के सदस्य, सन् 2004-2010 में उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा), सन् 2008 से भारत स्काउट एण्ड गाइड के जिलाध्यक्ष सन् 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा). भा.ज.पा. की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य. सन् 2013-2016 में भा.ज.पा. के अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक. उज्जैन के समग्र विकास हेतु अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा
महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित. मध्यप्रदेश में पर्यटन के निरंतर विकास हेतु सन् 2011-2012 एवं 2012-2013 में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत. सन् 2013 में चौदहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित.
सन् 2018 में दूसरी बार विधान सभा सदस्य निर्वाचित. दिनांक 2 जुलाई,. 2020 को मंत्री बने
2023 में तीसरी बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित,आज मुख्यमंत्री बने.