मंदिर में न घुसने दिए जाने से जैन मुनि बैठे धरने पर, सन्मेद शिखर के बाद ग्वालियर में बवाल - khabarupdateindia

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मंदिर में न घुसने दिए जाने से जैन मुनि बैठे धरने पर, सन्मेद शिखर के बाद ग्वालियर में बवाल

     
                     

Rafique Khan


मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में सिंधिया फोर्ट के पास स्थित एक मंदिर में प्रवेश न मिलने से जैन मुनि नाराज हो गए तथा वहीं धरने पर बैठ गए। ऐसे समय जब सम्वेद शिखर की गतिविधियों को लेकर जैन समुदाय वैसे ही काफी आहत चल रहा है, ग्वालियर के इस मामले ने जैन समुदाय को काफी आक्रोशित किया है।हालांकि ऐसा कहा जाता है कि बाद में जैन मुनि से चर्चा और समझाइश के बीच उन्होंने धरना समाप्त करने का आश्वासन दे दिया

बताया जाता है कि जैन समाज के प्रमुख तीर्थ स्थल सम्वेद शिखर को लेकर मचे बवाल के बाद अब मध्यप्रदेश में भी नया विवाद सामने आया है। यहां ग्वालियर फोर्ट में बने जैन समाज के मंदिर में जैन मुनि को जाने से रोके जाने पर विवाद खड़ा हो गया है और जैन मुनि के साथ जैन समाज के लोग धरने पर बैठ गए हैं। जैन मुनि विबुद्धसागर महाराज जी हस्तिनापुर से ग्वालियर के त्रिशला गिरी मंदिर में चातुर्मास करने आए हुए थे लेकिन जैसे ही वो त्रिशाला गिरी मंदिर में जाने के लिए सिंधिया स्कूल के गेट पर पहुंचे तो वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड्स ने जैन मुनि को अंदर नहीं दिया। जैन मुनि काफी देर तक गेट के बाहर खड़े रहे और उनके साथ मौजूद लोगों ने सिक्योरिटी गार्ड्स और ऑफिशियल्स से अंदर जाने के लिए बातचीत की और बताया कि वो सिर्फ जैन मंदिर में जा रहे हैं लेकिन इस सबके बावूजद उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई जिससे नाराज जैन मुनि व समाज के लोग सिंधिया स्कूल के गेट पर ही धरने पर बैठ गए हैं।

जैन मुनियों की प्रतिमाएं स्थापित हैं


ग्वालियर किले में सिंधिया स्कूल है और वहीं पर दिगंबर जैन समाज का वर्धमान जैन मंदिर भी है जिसमें जैन मुनियों की प्रतिमाएं स्थापित हैं और उसे त्रिशला गिरी मंदिर कहा जाता है। सिंधिया स्कूल में किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं होती है लेकिन जिस तरह से जैन मुनि को रोका गया और नाराज जैन समाज के लोग जैन मुनि के साथ गेट पर धरने पर बैठ गए उससे बवाल बढ़ता नजर आ रहा है।