शुक्रवार तथा शनिवार की दरमियानी रात दिल्ली एनसीआर में मुख्य तौर पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। दिल्ली के अलावा यूपी, बिहार और नेपाल तक धरती कांपने की खबर है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक झटकों की तीव्रता 6.4 मेग्नीट्यूड दर्ज हुई है। यह भूकंप रात को 11:32 पर आया था। जिसका केंद्र नेपाल बताया जा रहा है। भूकंप की इस खबर के बाद समूचे देश में प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। भूकंप से कहां कितना नुकसान हुआ है? अभी इसकी जानकारी संग्रहित नहीं हो सकी है।
दिल्ली-एनसीआर में देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। दिल्ली के साथ यूपी-बिहार में भी भूकंप आया है। इससे पहले 22 अक्टूबर को दिल्ली में भूंकप के झटके महसूस किए गए थे। इसकी तीव्रता 6.1 थी. भूकंप के झटकों के बाद लोग अपने घर के बाहर निकल आए। दिल्ली में अब तक आया सबसे बड़ा भूकंप 27 अगस्त, 1960 को 5.6 तीव्रता का भूकंप था। भूकंप का केंद्र दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर स्थित था। भूकंप से दिल्ली में संपत्ति को काफी नुकसान हुआ। जिसमें कई इमारतें ढह गईं।
भूकंपीय क्षेत्र IV में स्थित है दिल्ली
दिल्ली भूकंपीय क्षेत्र IV में स्थित है, जिसका अर्थ है कि यहां भूकंप का बहुत अधिक खतरा है1 यह शहर कई फॉल्ट लाइनों के पास भी स्थित है, जो इसे और भी असुरक्षित बनाता है1 हाल के वर्षों में, दिल्ली में 4 या उससे अधिक तीव्रता के कई भूकंप महसूस किए गए हैं1