चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि संविधान कितना भी खराब हो अगर उसको चलाने वाले अच्छे और योग्य है तो वह उसे संविधान को भी अच्छा साबित कर सकते हैं। चीफ जस्टिस ने यहां डॉक्टर बी आर अंबेडकर के संविधान वाद संबंधी विचारों की जमकर तारीफ की। इस दौरान उन्हें हार्वर्ड ला स्कूल के सेंटर आन लीगल प्रोफेशन द्वारा वैश्विक नेतृत्व पुरस्कार से अलंकृत भी किया गया।
कार्यक्रम में cji चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि दुर्भाग्य से कानूनी प्रणाली ने अकसर वंचित सामाजिक समूहों के खिलाफ ऐतिहासिक गलतियों को कायम रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है और इससे हुआ नुकसान पीढ़ियों तक बना रह सकता है। वे मैसाचुसेट्स के वाल्थम स्थित ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी में आयोजित छठे अंतररराष्ट्रीय सम्मेलन को मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधित कर रहे थे। चीफ जस्टिस का संबोधन ‘रिफॉर्मेशन बियोंड रिप्रजेंटेशन : द सोशल लाइफ ऑफ द कंस्टिट्यूशन इन रेमेडिंग हिस्टॉरिकल रांग्स’ विषय पर था। उन्होंने कहा कि पूरे इतिहास में हाशिए पर रहे सामाजिक समूहों को भयानक एवं गंभीर गलतियों का सामना करना पड़ा है, जो अकसर पूर्वाग्रह और भेदभाव जैसी चीजों से उत्पन्न होता है. उन्होंने कहा कि भारत में जातिगत असमानताएं पिछड़ी जातियों के लाखों लोगों को प्रभावित कर रही हैं।